जिमीकंद के खेती ले लिखही स्व सहायता समूह के दीदी मन अब विकास के नवा कहिनी सोशल मीडिया

दंतेवाड़ा, सुराजी गांव योजना ले ग्रामीण अर्थव्यवस्था ल गति मिलत हे जेमे गांव के महिला मन के योगदान ले ये योजना के सकारात्मक परिणाम नजर आवत हे। राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरूवा अउ बाड़ी ले स्व सहायता समूह के दीदी मन के जीवन म खुशहाली आए हे। ये योजना तहत जिला म गौठान मन ल आजीविका केंद्र के रूप म विकसित करे जात हे। जिला के सुदूर विकासखण्ड मन म घलोक ये योजना के लाभ गांव के गरीब परिवार ल लगातार मिलत हे अइसनहेच विकासखण्ड कुआकोंडा के मांझी पारा गौठान म राष्ट्रीय ग्रमीण आजीविका मिशन के स्व सहायता समूह के दीदी मन ह गौठान के अंदर ही जिमीकंद अऊ हल्दी के खेती करे रहिन। दीदी मन ह बताइन के इंकर तीर जादा जमीन घलोक नइ रहिस जेमां ये प्रकार ले सब्जि मन के खेती करे जा सकय। गौठान म उपलब्‍ध बाड़ी म दीदी मन ल सब्जी लगाय बर कृषि विभाग ह हल्दी अऊ जिमीकंद के बीज देहे गए रहिस, जेन ल लगाके गायत्री स्व सहायता समूह माँझीपारा ह 300 किलोग्राम जिमीकंद अऊ 620 किलोग्राम हल्दी के उत्पादन करे हे अऊ स्थानीय बाजार म बेंचे गए हे। जेमां ए दीदी मन ल 30 हज़ार रूपिया के आमदनी होए हे। समूह के दीदी मन गौठान म ही उन्नत खेती करके आत्मनिर्भर बनके अर्थव्यवस्था ल सुधारे म अपन योगदान देवत हें। एखर से आमदनी अऊ रोजगार के नवा जरिया मिले हे। जेमां एक कोति रोजगार के अवसर मिलत हे उहें दुसर कोति महिला मन के शसक्तीकरण बर एक बेहतर विकल्प के रूप म ये काम ह उभरत नजर आवत हे। अब जिला के दूरस्थ क्षेत्र मन म घलोक सुराजी ग्राम योजना के सपना साकार होत जात हे।

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