रोजगार गारंटी योजना ले सेमियालता पौधा मन के रोपण कर लाख पालन के सुग्घर नवा उदीम करत हावय
उत्तर बस्तर कांकेर 09 अगस्त 2020। जिला के भानुप्रतापपुर विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत बांसकुण्ड के आश्रित ग्राम बनौली के राधा स्व.सहायता समूह के महिला मन ह लाख पालन ल लाख पालन के काम ल अपनाके आत्मनिर्भरता कोति कदम बढ़ाय हे। ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत् गठित राधा महिला स्व सहायता समूह के माध्यम ले कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर कोति ले साल 2018 के मई महिना म महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत दो एकड़ जमीन म सेमियालता के 4 हजार पौधा मन के रोपण करे जाके लाख उत्पादन के काम प्रारम्भ करे गीस। रोपे गये सेमियालता पौधा मन म एक साल पश्चात् महिना जुलाई 2019 म बिहन लाख निवेशित करे गीस, जेखर ले छः महिना पश्चात् 2 क्विंटल लाख के उत्पादन प्राप्त होइस हे जेमां ले 01 क्विंटल लाख ल 350 रूपिया प्रति किलोग्राम के भावे ले 35 हजार रूपिया म विक्रय करे गीस अऊ बचत 01 क्विंटल लाख ल जनवरी.फरवरी महिना म कुसुम के वृक्ष म बिहन लाख के रूप म उपयोग करे गीसए जेखर से जुलाई महिना म फिर से 8 क्विंटल लाख के उत्पादन प्राप्त होइस ये मां ले 6 क्विंटल 45 किलोग्राम लाख ल 270 रूपिया प्रति किलोग्राम के दर ले विक्रय कर 01 लाख 74 हजार 150 रूपिया के आमदनी प्राप्त करे गिस। बाचे 01 क्विंटल 55 किलोग्राम लाख ल जुलाई महिना म फिर से सेमियालता पौधे म बिहन के रूप म लगाए गीस हेए जेखर से अवइया दिसम्बर महिना तक 7 ले 8 क्विंटल लाख उत्पादन होए के संभावना हे।
ये प्रकार गांव के परती परे शासकीय जमीन म मनरेगा के सहायता ले ग्राम बनौली के राधा स्व सहायता समूह के महिला मन ह एक बार निवेशित करे गये लाख ले फिर से सेमियालता अउर कुसुम के वृक्ष म साल भर लाख उत्पादन के मॉडल ल सफलतापूर्वक प्रदर्शित करिस है। उंखर ये सफलता म अम्बेडकर विश्वविद्यालय नवा दिल्ली के छात्र अउ सहभागी समाजसेवी संस्था के घलोक सहयोग हावय। राधा स्व.सहायता समूह के महिला मन के ये उपलब्धि ले बिहन लाख समय म नइ मिले के समस्या ले आन लाख उत्पादक किसान मन ल घलोक मुक्ति मिलही।