किसान विकास यादव के पीरा : तय अमेरिका घुमत हस येती किसान मन के धान ल कोन खरीदही

दुर्ग, 20 फरवरी 2020। हम अपन उदीम बर कहिथन के प्रदेश सरकार ल प्रदेश के बहुसंख्‍यक छत्‍तीसगढ़ी भाषी जनता के संग जोड़े खातिर हम, ये न्‍यूज पोर्टल म सरकार के छंटवा समाचार ल छत्‍तीसगढ़ी म प्रस्‍तुत करत हवन। फेर हम समाचार मन के रेला-पेला म जनता के गोठ ल बिसार देथन। असनेहेच बात बर पाठक मन अनचेतहा चेथी ल चट ले मारथें त हम झकना के अइहां-बइहां देखथन अउ नींद उचटथे। मुख्‍यमंत्री के सोसल मीडिया अकाउंट म तो झउहां-झउहां कमेंट रहिथे, जनता के गोठ ल सरकार के कारिंदा मन नोट करत होंहीं अउ बेरा-बखत म मुख्‍यमंत्री ल देखावत तको होहीं। हमर इहां अको-दू ठन कमेंट रहिथे त झकनाना जरूरी हे।

धान खरीदी के बात म पुलिसिया सोटरंजन के बात प्रदेशभर म छाए हे, किसान मन के हाहाकारी ल किसाने मन सुनत हें अउ किसान के बेटा के सियानी गोठ के अगोरा करत हें। फेसबुक म ‘मुख्यमंत्री के अमेरिका प्रवास : छत्तीसगढ़ म नवा संभावना के खुलही दुवार’ समाचार कड़ी उपर हमर एक पाठक विकास यादव ह अपन पीरा ल टिप्‍पणी म कहे हें, आपो मन देखव –

‘किसान मन के धान ल तो खरीद, जेन किसान ह तोला दिल म अपन जघा दिस उही ल तैय लात मारत हस। जेन किसान भाई मन तोला ऊपर चढ़ाए हें, ओमन उतारे भी जानथे। मोर बात ल याद रखबे, गठरी म बाँध ले। तय अमेरिका घुमत हस येती किसान मन के धान ल कोन खरीदही, डर म भाग गे अमेरिका।

5 साल इतरा ले, त फेर हमरो पारी आहि। 8 दिन होगे सोसाइटी ल बंद होय, गरीब किसान मन दर-दर भटकत हे। बाई-बच्चा ल छोड़ के खुले आसमान के नीचे सोवत हे। आप 1 दिन सो के देखव, 1के दिन म चारो तीरिथ ह याद आ जाही। सोसायटी अब खुलही तब खुलही कईके किसान मन आस लगाए बैइठे हें। धान ल नई खरीद सकस त टोकन काबर देवाएस। अपन वादा ले मुकर् झन।

CM जी, लिखना तो बहुत हे पर अतके म वीराम देंथव।

एडमिन जी, कभी किसानों मन बर आवाज उठाए करे करव, पोस्ट करे करव। जब आप के पोस्ट ल देखथव भूपेश जी के तारीफ म ही कर थस। अकोठन गलत ल भी पब्लिक के सामने लाय करव। किसान मन के फसल ही सब कुछ हे, उही ह ऊखर जिंदगी ये, आप से आसा हे, किसान मन बर कुछ अच्छा पोस्ट करहू,
धन्यवाद।’

लउछरहा..