कोरबा, 13 जनवरी 2021। जिला के किसान अब परंपरागत धान के खेती करे के अलावा आन फसल लेके घलोक मुनाफा कमावत हें। आर्थिक मजबूती के रद्दा म चलत किसान धान के अकतहा सरसों, अरहर, गेहूं के फसल लेके अड़बड़ फायदा कमावत हें। फसल उत्पादन के संग मछली पालन ह किसान मन ल तरक्की के रद्दा म चले म सहयोग करे हे। किसान मन ल आर्थिक रूप ले मजबूत बनाए बर जिला प्रशासन घलोक योजना मन ल जन-जन तक पहुंचावत हे। किसान मन ल योजना मन के सबो जानकारी अऊ उन्नत खेती करे के तकनीकी मार्गदर्शन घलोक कृषि विभाग ह देवत हे। शासन के योजना मन के सहयोग ले अइसनहे एक किसान श्री जेठूराम मिश्रित खेती करके आर्थिक लाभ कमाके आन किसान मन बर प्रेरणा स्रोत के काम करत हे।
विकासखण्ड पोड़ी-उपरोड़ा ग्राम सेमराकछार निवासी श्री जेठूराम ह मिश्रित तरीका ले खेती करके करीबन तीन लाख रूपिया कमा डरे हे। जेठूराम धान के परंपरागत खेती के अलावा अपन खेत मन म अरहर, सरसों अऊ गेहूं लगाके अपन आमदनी बढ़ावत हें। फसल उत्पादन के अलावा जेठूराम ह मछली पालन घलोक करिस अऊ मछली बेचके घलोक भरपूर लाभ कमाइस। जेठूराम बताथे के पहिली परम्परागत तरीका ले खेती करे ले लागत जादा आत रहिस अऊ फसल के उपज घलोक कम होत रहिस। कम उपज होए के सेती आय घलोक कम होत रहिस जेखर से आर्थिक स्थिति म सुधार नइ हो पात रहिस। जेठूराम ह बताइस के जादा उत्पादन बर मैं ह कृषि विभाग ले संपर्क करेंव। कृषि विभाग ले लाभकारी योजना मन के लाभ अऊ तकनीकी मार्गदर्शन प्राप्त होइस। उमन बताइन के मोला विभाग म संचालित योजना, डीएमएफ, सौर सुजला योजना अऊ राज्य पोषित योजना मन ले नलकूप खनन, सोलर पंप, स्थापना के लाभ मिलीस। एखर संग स्प्रिंकलर सेट, हस्त चलित स्प्रेयर घलोक विभाग के सहायता ले मिलिस।
जेठूराम ह बताइस के कृषि विभाग ले आत्मा योजनांतर्गत प्रशिक्षण अऊ कृषि विभाग के मार्गदर्शन ले डबरी निर्माण करे हंव। पहिली मै ह दू एकड़ जमीन म शासन के योजना ले लाईन ट्रांसप्लांटिंग धान प्रदर्शन अऊ मेड़ मन म राहेर के फसल लेंव अऊ रबी के सीजन म सरसों अऊ गेहूं के खेती करेंव। अइसनहे फसल लेहे ले मोला बनेच आमदनी होइस। अभी हाल म साढ़े पांच एकड़ जमीन म श्री विधि ले धान फसल, मेड़ मन म अरहर लगाय के संग आधा एकड़ जमीन म सब्जी उत्पादन घलोक करत हंव। विभाग के मार्गदर्शन ले निर्मित डबरी म मछली पालन कररत हंव। जेठूराम अपन आय ले खुश होत बताइस के धान, अरहर, सरसों, गेहूं अऊ सब्जी उत्पादन ले पऊर साल दू लाख 20 हजार रूपिया के आमदनी होए रहिस। ये साल धान फसल, सब्जी उत्पादन ले अभी तक ढाई लाख रूपिया के आमदनी हो गए हे। रबी फसल खतम होत तक मछली पालन ले डेढ़ लाख अऊ आय होए के संभावना हे। जेठूराम ह विभाग के मार्गदर्शन म बने आय पा के अड़बड़ खुश हे अऊ अपन परिवार के स्वास्थ्य अऊ शिक्षा के बने प्रकार ले व्यवस्था कर पावत हें।