रेशमी धागा मन ह महिला मन के जीवन म लईस खुसी

जांजगीर, 22 फरवरी 2024। स्व सहायता समूह के महिला मन स्वावलंबन के रद्दा म आगू बढ़त हें। रेशम विभाग के कोसा कृमिपालन ले जुड़के आत्मनिर्भर घलोक बन गए हें। जांजगीर चांपा जिला के विकास खंड पामगढ़ के ग्राम खोरसी के महिला अमरीका साहू, संतोषी साहू, निशा साहू, छटबाई साहू, दुलेशवरी साहू, चंद्रीका साहू ह अर्जुन (कउहा) के पेड़ मन म रेशम कृमिपालन कोसाफल उत्पादन के काम शुरू करे हें। महिला मन ह बताइन कि पहिली अपन खेत म खरीफ के फसल लेहे के बाद सालभर रोजी-मजदूरी के तलाश म रहत रहिन। आज महिला मन के आंखी म सफलता के खुशी साफ नजर आवत हे। महिला मन ह मुख्यमंत्री ल धन्यवाद देवत हें।
समूह के महिला मन ह बताइन कि रेशम विभाग के मार्गदर्शन म कोसा कृमिपालन स्वावलंबन समूह खोरसी ले सबो महिला मन ह जुड़के कृमिपालन अऊ कोसाफल के उत्पादन, संग्रहण के काम शुरू करे हें। महिला मन ह 3 साल म लगभग 3 लाख रुपीया के अकतहा आमदनी करे हें। विभागीय योजना अउ मनरेगा अंतर्गत 6 लाख 66 हजार के लागत ले 10 हेक्टेयर म 41 हजार साजा अऊ अर्जुन के पौधा रोपे गे हे। अभी हाल म पौधा मन लगभग 6 ले 8 फीट के हरियर पेड़ बन गे हे। महिला मन हर बछर एक लाख रूपीया तक के आमदनी लेवत हें। रेशम विभाग कोति महिला मन ले कृमिपालन अऊ कोसाफल उत्पादन के काम करवाए जात हे। विभाग ह प्रशिक्षण घलोक देवत हे। अब महिला मन पूरा ए काम म दक्ष हो गए हें।

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