कचरा निपटान के वैज्ञानिक तरीका ले होइन प्रभावित, कहिन- पोस्टिंग वाले जिला मन म अपनाए बर करबोन पहल
रायपुर, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी के प्रशिक्षु भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी मन ह अम्बिकापुर शहर के कचरा प्रबंधन मॉडल के बारीकी मन ल स्व-सहायता समूह के महिला मन ले समझिन अऊ घुरवा प्रबंधन के वैज्ञानिक तरीका मन के अध्ययन करिन। मसूरी प्रशासन अकादमी ले 18 प्रशिक्षु प्रशासनिक अधिकारी मन के दल मंगलवार के स्वच्छता मॉडल के अध्ययन करे इहां पहुंचे रहिन।
प्रशिक्षु प्रशासनिक अधिकारी मन ह अम्बिकापुर शहर के नवा बस स्टैण्ड स्थित एस.एल.आर.एम. सेन्टर, बिलासपुर रोड स्थित स्वच्छता चेतना पार्क अऊ डी.सी. रोड स्थित मरिन ड्राइव तालाब पहुंचके स्वच्छता के अवलोकन करिन। उमन स्वच्छ चेतना पार्क म ठोस अउ गीला कचरा के संग प्लास्टिक अउ धातु के कचरा के पृथक्करण अऊ ओखर उचित निपटान के बारीकी मन ल समूह के महिला मन ले समझिन। प्रशिक्षु अधिकारी मन ह समूह के महिला मन ले डोर टू डोर कचरा कलेक्शन ले लेके सेग्रीगेशन अऊ आय अर्जित करे तक के चरण के विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त करिन। कचरा प्रबंधन के संग महिला समूह के भागीदारी अऊ जीविकोंपार्जन के साधन उपलब्ध कराए के पहल के सराहना करिन।
प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी मन ह अम्बिकापुर के स्वच्छता मॉडल ल वैज्ञानिक पद्धति बतात कहिन कि जब उंखर पोस्टिंग कोनो जिला म होही त ओ मन उहां ये मॉडल ल अपनाहीं। प्रशिक्षु अधिकारी मन के टीम ह स्वच्छता चेतना पार्क अऊ मैरिन ड्राईव म करे गए काम ल अद्भूत बताइन। प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी मन ले कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ह अपन प्रशासनिक अनुभव साझा करिस अऊ जरूरी मार्गदर्शन घलोक दीन।