छेरछेरा के मउका म मुख्यमंतरी भूपेश बघेल ल बेमेतरिहा के चिट्ठी

जय जोहार,
मुख्यमंतरी जी

आप अपन सुघ्घर कार्यकाल के एक बछर पूरा कर डरे हव. ये बड़ खुसी के बात हे. आप अइसने आघू के चार बछर ल भी बड़ तरक्की के संग पूरा करव. पाछू एक बछर आप किसान मन के करजा माफी, 25 सौ रुपया म धान खरीदी, बस्तर म आदिवासी मन के जमीन वापसी सही बड़का काम करे हव. येखर आप ल बधाई घलोक अउ आपके अभार घलोक हे. येखर संगे-संग सुपोसन योजना, हाट-बाजार क्लिनिक सही अभियान घलोक सुरू करे हव. ये ह बहुते नेक उधिम हे.

इन सबके बीच आप जेन सबले बड़ा बुता करे हव वोखर ले छत्तीसगढ़ी अस्मिता के भाव ल बड़ बल मिले हे. आप छत्तीसगढ़ के मेला-मड़ई, तीज-तिहार ल अपन अंतस भाव ले मनाय के काम करेव. येखर असर ये होइस के राजिम कुंभ के फरजीवाड़ा ले मुक्ति के संग वापस हमला पुन्नी मेला के पुन्‍न मिलिस.  आप मुख्यमंतरी निवास म हरेली तिहार मनाएव, गेड़ी चढ़ेव, तीजा-पोरा मनाएव, गोबरधन पूजा करेव. येखर असर जम्मो छत्तीसगढ़ म देखें बर मिलिस. सब कोति छत्तीसगढ़िया भाव जागिस. जेन मन हमर भासा अउ संस्कृति के अपमान करत रहिन, उपेक्छा करत रहिन उही म ये सब ल मनाय ल धरिन. वइसे तो आप नरवा-गरवा, घुरवा-बारी ले लेके अउ कई ठिन योजना सुरू करे हव. ये सब बर आप ल बेमेतरिहा कोति ले गाड़ा-गाड़ा बधई, आपके बहुत-बहुत अभार हे. मयँ आप ले जेन बुता कोति धियान देहे बर चिट्ठी लिखे हव वोमा मोर पहली बात भासा ल लेके हे, महतारी भासा ल लेके हे.

अइसे बात नइहे के आप छत्तीसगढ़ के महतारी भासा बर बुता नइ करे हव. करे हव बड़ बुता करे हव. पाछू एक बछर म आप इहूँ कोति धियान दे हव. फेर ये कोति आप ल बाकी सब के संग अउ जियादा धियान दे के हे. काबर कि छत्तीसगढ़ राज म छत्तीसगढ़िया मन के पहली अउ असल चिन्हारी उँखर महतारी भासा हे. फेर चाहे वो छत्तीसगढ़ी, हल्बी, गोंडी होवय या सरगुजिया, कोड़ुक, भतरी. मुख्यमंतरी आप तो खुदे जानत हव महतारी भासा म लइका मन के पढ़ई-लिखई होय ले उँखर बिकास बड़ तेजी ले होथे. महात्मा गाँधी ले लेके दुनिया भर के विद्वान मन के मत महतारी भासा म पढ़ाय के हावय. कानून म घलोक महतारी भासा म पढ़ई-लिखई के अधिकार मिले हे. तभो ले छत्तीसगढ़िया मन अपन महतारी भासा म पढ़े ले वंचित काबर हे ? काबर छत्तीसगढ़ म सरकारी काम-काज छत्तीसगढ़ी म नइ होत हे ? ये बात ल आघू बढ़ाव वोखर पहली आप के आघू म ये चिट्ठी के माध्यम ले कुछ बात रखना चाहत हव जेन छत्तीसगढ़ी के संगे-संग इहाँ के मतहारी भासा के विकास बर सबले जरूरी हे.

  1. छत्तीसगढ़ म सरकारी अउ जतका गैर-सरकारी संस्थान उंखर नाँव (नाम वाला बोर्ड) सबले पहली छत्तीसगढ़ी, फेर हिंदी अउ वोखर बाद अँगरेजी म लिखे के हुकुम देवव. हहूं बस्तर म हे त हल्‍बी अउ गोंडी पहली लिखे ल कहव.
  2. सड़क म लगइया बोर्ड मन म सबले पहली नाँव छत्तीसगढ़ी फेर हिंदी वोखर बाद अँगरेजी म लिखे के हुकुम देवव. बस्तर म हे त हल्बी अउ गोंडी म पहली लिखे ल कहव.
  3. जनसंपर्क ले जारी होवइया समाचार हिंदी अउ अँगरेजी के संग छत्तीसगढ़ी म घलोक जारी करे के हुकुम देवव. बस्तर संभाग म हल्बी अउ गोंडी म घलोक.
  4. हर विभाग म छत्तीसगढ़ी के अनुवादक रखव. अनुवादक आप ल एम.ए. छत्तीसगढ़ी के पढ़ई-करने वाला लइका मन मिल सकत हे.
  5. सब सरकारी विभाग ल कहव के जेन छत्तीसगढ़ी म लिखा-पढ़ही करही वोला उँखर सीआर म सामिल करे जाही.
  6. पुलिस थाना अउ कोर्ट-कचहरी म छत्तीसगढ़ी म सब जिनिस के जानकारी लिखाय रहय. बस्तर म हे ते हल्‍बी-गोंडी म लिखाय रहय.
  7. हर सरकारी नौकरी म एक विसय छत्तीसगढ़ी के अनिवार्य रूप ले करव.
  8. जेन स्कूल म अभी अपन स्तर म कोनो मास्टर मन छत्तीसगढ़ी म पढ़ात होही वोला सम्मानित करव.
  9. जेन भी सरकारी कार्यक्रम होही वोमा अनिवार्य रूप म हिंदी के संग छत्तीसगढ़ी म संचालन के हुकुम देवव.
  10. बिधानसभा के कार्यवाही के पूरा जानकारी छत्तीसगढ़ी, हल्बी, गोंडी म घलोक छपय येखर हुकुम देवव.

मुख्यमंतरी जी ये बुता पूरा करे बर आप तुरते हुकुम जारी करव. जइसे आप ये सब बिंदु म धियान देवत हुए आदेस जारी कर देहू, छत्तीसगढ़ी ह सरकारी काम-काज के संग पढ़ई-लिखई के माध्यम म आ जहि. येखर बर कोनो कानूनी अरचन नइहे.  येखर बर सिरिफ आपके इक्छा सक्ति के जरूरत हे. आप चाहव त एक झटका म येला कर सकत हव. फेर अवइया जुलाई महीना जब स्कूल खुल जहि त छत्तीसगढ़ी म कम से कम 5 वीं तक पढ़ई-लिखई के आदेस दे दव.

बेमेतरिहा ल आप जइसे छत्तीसगढ़िया मुखिया बड़ उम्मीद हे. बेमेतरिहा सही करोड़ों छत्तीसगढ़िया मन ल घलोक इही उम्मीद हे. हमर पुरखा गुरू घासीदास ले लेके, सहीद गैंद सिंह, वीरनरायन, गुंडाधूर, पं. सुंदरलाल, डॉ. खूबचंद सरीख महान मनखे म अइसन छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़िया राज ल देखत परलोक सिधार गइन. आप हमर उही पुरखा मन के अंस हरव. जेन इही सपना ल लेके छत्तीसगढ़ के सत्ता के कमान संभाले हव. त आप हमर पुरखा मन के सपना ल जरूर सकार करहूँ. छत्तीसगढ़िया मन के मतहारी भासा ल मान देवाहू, छत्तीसगढ़ी महतारी के माथा ऊँचा उठाहू. इही भाव के संग आप के आदेस के अगोरा म. दान के महापरब छेरछेरा के मउका म आप ले बेमेतरिहा महतारी भासा के मान ल मांगत हे. भूपेश दाऊ छेरछेरा……

आपके मयारूक
वैभव बेमेतरिहा

लउछरहा..