मर्दापाल तीर बेचा गांव के नान्हे सरस्वती के पांव म आईस जान

कोण्डागांव, 06 जुलाई 2020। माता-पिता बर अपन संतान के स्वास्थ्य अऊ सुरक्षा ले जादा महत्वपूर्ण कुछ नइ होवय, फेर कभू-कभू अज्ञानता, निर्धनता, जागरूकता के अभाव जइसे कई कारन ले कुपोषण ह लइका मन ल अपन शिकार बना लेथे। अइसन लइका मन बर छत्तीसगढ़ सरकार कोति ले 02 अकटूबर 2019 ले शुरू करे गए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान वरदान साबित होवत हे। ये अभियान के तहत् शिशु, किशोरी, युवती अऊ महिला मन ल कुपोषण अऊ एनीमिया ले मुक्ति देवाए के निर्णायक कदम के दूरस्थ अंचल मन म अच्छा प्रतिसाद मिले हे। अब इहां कुपोषित ले सामान्य स्थिति म अवइया लइका मन के संख्या बाढ़त जात हे।

आदिवासी जिला कोण्डागांव के अइसन ही दूरस्थ अंचल मर्दापाल के सीमावर्ती ग्राम बेचा म रहइया किसान दम्पत्ति पिता श्री राजू राम कोर्राम अऊ मां श्रीमती सुकारो बाई मरकाम के डेढ़ बछर के बेटी सरस्वती समुचित खान-पान के अभाव म कुपोषण के चपेट मे आ गए रहिस। कुपोषण के सेती आए कमजोरी ले वो चल-फिर घलोक नइ पात रहिस। एखर जानकारी मिले म स्थानीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुश्री रजबती बघेल अऊ सुपोषण अभियान के नोडल श्री प्रकाश बागड़े ह नोनील ल सरलग निगरानी म रखत ओखर पोषण के उचित प्रबंध करिस। उमन नोनी सरस्वती के पंजीयन करके ओला प्रोटीन सहित पोषण आहार जइसे अण्डा, चना, सोयाबड़ी, फल अऊ आन समाग्रि वैकल्पिक रूप ले उपलब्‍ध कराए के शुरूवात करिस। एखर संगेच सरस्वती ल कोण्डागांव के पोषण पुर्नवास केन्द्र भेजे गीस फलस्वरूप ओखर स्वास्थ्य म सकारात्मक बदलाव आना शुरू हो गीस। अब नान्हे सरस्वती बिना कोनो सहारा के चलत फिरत हे। ओखर शरीर मे रक्त के मात्रा अऊ वजन म बढ़ोतरी होए हे। उचित देखभाल ले ओखर स्वास्थ्य मे लगातार सुधार होवत हे।

जानबा हे के कोण्डागांव मे स्थापित पोषण पुर्नवास केन्द्र मे दूर-दराज के गांव जइसे कड़ेनार, कुदूर, कारसिंग, नुगाली, के कुपोषित शिशु मन ल रखे के व्यवस्था करे गए हे। इहां उपचार के अलावा लइका मन ल पूरा स्वस्थ होके सामान्य स्थिति म लाय तक रखे जाथे। ए प्रयास ले कुपोषण के दर म तेजी ले गिरावट देखे ल मिलत हे।

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