रायगढ़ म पारंपरिक दक्षता ल व्यवसायिक पहिचान देके महिला मन होइन आर्थिक रूप ले सशक्त

रायगढ़, ग्रामीण महिला मन घरेलू काम म दक्ष होथे, इमन जंगल ले मिले घास के झाडू बनाए के काम पारंपरिक आजीविका गतिविधि के रूप म करत रहिन। फेर व्यवसायिक दृष्टि ले काम नइ करे ले उंखर सामान के उत्पादन अऊ आय कम रहिस। आज महिला मन ह जय मां लक्ष्मी समूह के निर्माण करके घास के हरियाली ल ही अपन उद्यम बना के स्वावलंबी होवत हें। समूह कोति ले काम ल बड़का स्तर म करे ले उंखर आय म घलोक बढ़ोतरी होए हे। जेखर से ओ मन अपन मूलभूत जरूरत मन के पूर्ति के संग परिवार के भरण-पोषण म घलोक महत्वपूर्ण भूमिका निभावत हें।

जनपद पंचायत बरमकेला अंतर्गत ग्राम झाल म स्थित ग्रामीण औद्योगिक केन्द्र (रीपा) गौठान के निर्माण अगस्त 2020 म शुभारंभ होइस। ये शासन के एक महत्वपूर्ण योजना ये, झाल गोठान म समूह मन जंगल ले घास लाके झाडू बनावत रहिन। महिला मन घास ल हाथ ले गूंथके एक सुन्दर झाडू के रूप म लवइ उंकर पारंपरिक आजीविका हे जेन कई साल ले चले आत हे। फेर उचित मार्केट के व्यवस्था नइ होए के सेती उमन कम मात्रा म निर्माण करत रहिन। बिहान ले जुडे के बाद सबो सदस्य मन ल प्रेरित करके मार्केट लिंकेज करके आजीविका ल बढ़ाए गीस। कच्चा माल जंगल ले मिले के सेती एखर लागत राशि शून्य होथे केवल मेहनताना भर लागथे। ते पाए के ये आजीविका गतिविधि म समूह के रूचि जादा हे। अभी तक सी-मार्ट, अस्पताल, छात्रावास, नगर निगम, जनपद कार्यालय, स्थानीय कंपनी मन ल करीबन 13 हजार नग ले जादा झाडू बेंच डरे हें। जेखर मूल्य तकरीबन 4 लाख हे।
जय मां लक्ष्मी समूह के झाडू निर्माण काम ल देखत आन समूह के सदस्य घलोक समूह के संग काम करे अऊ काम सीखे के रूचि देखाय लगे हें। जेखर से आन समूह के सदस्य मन आजीविका गतिविधि के मांग करत हें। जिला प्रशासन कोति ले गौठान म आन आजीविका मूलक गतिविधि मन के संचालन के कार्ययोजना बनाए जात हे। गोधन न्याय योजना अऊ गौठान के माध्यम ले आजीविका मूलक गतिविधि मन के संचालन बर समूह ह शासन अऊ जिला प्रशासन के धन्यवाद ज्ञापित करे हे।

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