लू: घाम ले बाँचै, पीवौ पानी

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण डाहर ले लू प्रबंधन अउ बचाव बर आवश्यक सलाह जारी करे गे हावय। जेमा बताए गे हवय कि लू लगे के प्रमुख कारण अबड़ घाम अउ गर्मी म जादा बेरा तक रहे ले शरीर म पानी अउ खनिज मुख्यतः नून के कमी हो जाथे। एकर ले बाँचे बर शरीर ल कपड़ा ले बने बांधे के संगे संग अबड़ अकन पानी पीयै। उल्टी, मुड़पीरा, तेज बुखार होय म तीर – तखार के अस्पताल अउ स्वास्थ्य केन्द्र ले आवष्यक सलाह ले लेवय। मुड़ म भारीपन अउ पीरा के अनभो, तेज बुखार संग मुंह के सूखई, चक्कर अउ उल्टी आना, पेशाब कम आना, भूख कम लगना अउ अचेत होना ह लू के लक्षण हे। लू लगे म प्रारंभिक उपचार जइसे बुखार ले पीड़ित मनखे के मुड़ म ठंडा पानी के पट्टी लगावयं, अबड़ पानी पीययं, पंखा के हवा म सुता देवयं, शरीर म ठंडा पानी छिंचयं अउ मितानिन अउ ए.एन.एम. ले ओ.आर.एस. के पाकिट बर अउ प्रारंभिक सलाह बर 104 आरोग्य सेवा केन्द्र ले संपर्क करे जा सकत हे।

चटकारा
चिपराहा:- ए चौथा पाँचवा महीना म मही बासी अउ गोंदली अब्बड़ मिठाथे भाई।
फुसमुँहा:- तोर महीना चैथा पाँचवा चलत होही भाई, हम ल तो जेठ बैसाख म गोंदली संग बोरे बासी अउ मही अबड़ सुहाथे।

लउछरहा..