छत्तीसगढ़ म मछली पालन ल कृषि के दर्जा : भूपेश सरकार के सराहनीय फैसला

रइपुर, 23 जुलाई 2021 शुकवार। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कैबिनेट म 20 जुलाई के राज्य म मछली पालन ल कृषि के दर्जा देहे के फैसला सहिराए के लइक हे। सरकार के ये फैसला ले मछुआरा मन ल मत्स्य पालन बर किसान मन के बरोबर बियाज रहित ऋण सुविधा मिले के संग जलकर अउ विद्युत शुल्क म तको छूट के लाभ मिलही। एकर ले राज्य म मछली पालन ल बढ़ावा मिले के संग एकर ले जुड़े 2 लाख 20 हजार लोगन मन के स्थिति म सकारात्मक बदलाव आही।

छत्तीसगढ़ राज्य म बीते अढ़ाई साल म छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयास ले मछली पालन के क्षेत्र म उत्तरोत्तर वृद्धि होय हे, मत्स्य बीज उत्पादन के मामला म 13 प्रतिशत अउ मत्स्य उत्पादन म 9 प्रतिशत के उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज करे हवय। कृषि के दर्जा मिले ले मत्स्य पालन के क्षेत्र म राज्य अब अउ तेजी ले आगू बढ़ही, अभी मछुआरा मन ल एक प्रतिशत ब्याज म एक लाख तक अउ 3 प्रतिशत ब्याज म अधिकतम 3 लाख रुपिया तक ऋण मिलता रिहिसे। कृषि के दर्जा मिले ले अब मत्स्य पालन ले जुड़े लोगन सहकारी समिति ले अब अपन जरूरत के अनुसार शून्य प्रतिशत ब्याज म सहजता से ऋण प्राप्त कर सकही। क्रेडिट कार्ड के सुविधा मिलही।

छत्तीसगढ़ राज्य मत्स्य बीज उत्पादन अउ मत्स्य उत्पादन म देश म छठवां जगा म हे। राज्य म अभीन 93 हजार 698 जलाशय अउ तालाब विद्यमान हवयं, जेमा के 81 हजार 616 जलाशय अउ तालाब मन के एक लाख 81 हजार 200 हेक्टेयर जल क्षेत्र मछली पालन के अंतर्गत हे, जउन कुल उपलब्ध जल क्षेत्र के 94 प्रतिशत हवयं।
राज्य के मत्स्य उत्पादकता प्रति हेक्टेयर 3.682 मीटरिक टन हवय, जोन राष्ट्रीय उत्पादकता 3.250 मीटरिक टन ले लगभग 0.432 मीटरिक टन अधिक हवयं।

 

लउछरहा..