किराना दुकान चलाके दशोदा होइस आत्मनिर्भर
महासमुंद, 11 जुलाई 2024। महिला मन के सामाजिक अऊ आर्थिक स्थिति ल सशक्त बनाए बर केन्द्र अऊ राज्य शासन कोति ले अड़बड़ अकन योजना संचालित करे जात हे अउ ऊंखर उत्थान बर सरलग बुता करे जात हे। महिला मन ल उंखर आय अउ रोजगार के अवसर उपलब्ध कराके ओ मन ल सशक्त बनाना शासन के मुख्य उद्देश्य हे। आदिवासी महिला सशक्तिकरण योजना ओही योजना मन म ले एक हे जेखर से महिला मन ल आर्थिक रूप ले सशक्त अउ स्वावलंबी बनाय जात हे। उंखर शिक्षा, रोजगार, कौशल सुधार, स्वास्थ्य अऊ स्वच्छता बर ओ मन ल समर्थन देके आदिवासी समुदाय के बुनियादी ढांचा के कमी ल पूरा करना ही योजना के उद्देश्य हे।
नयापारा महासमुंद जिला के निवासी श्रीमती दशोदा ध्रुव ह आदिवासी महिला सशक्तिकरण योजना के लाभ लेके एक आदर्श उद्यमिता के मिसाल पेश करे हे। 47 बछर के श्रीमती ध्रुव ल योजना के तहत 1 लाख रूपिया के ऋण प्राप्त होय हे जेखर से वो ह एक किराना दुकान शुरू करे हे, जउन ल वो ह बने सहिन चलावत हे हे। दुकान ले हर महिना वो 8 ले 10 हजार रूपिया कमावत हे अऊ अपन परिवार के भरण पोषण करत हे। श्रीमती ध्रुव ह बताइस के वोखर पति पहिली एक मजदूर के रूप म काम करत रहिस अऊ ओ ह एक गृहिणी रहिस। वो ह बताइस कि दुकान खोले ले वोखर मासिक आय म वृद्धि होइ हे। जेखर से वोखर परिवार के आर्थिक स्थिति मजबूत होए हे अउ वो ह आत्मनिर्भर हो गे हे।
श्रीमती दशोदा ध्रुव के ये सफलता न केवल वोखर मेहनत अऊ समर्पण के परिणाम हे, बल्कि ये घलोक देखाथे के सही समर्थन अऊ संसाधन मन के संग, महिला मन कोनो चुनौती के सामना कर सकत हें अऊ आत्मनिर्भर बन सकत हें। आदिवासी महिला सशक्तिकरण योजना ह ऊंखर सपना ल साकार करे म महत्वपूर्ण भूमिका निभाए हे।
जानबा हे कि आदिवासी महिला सशक्तिकरण योजना पात्र अनुसूचित जनजाति के महिला मन के आर्थिक विकास बर एक विशेष रियायती योजना हे। जेमां राज्य चैनलाइजिंग एजेंसी मन के माध्यम ले जरूरत के आधार म ऋण देहे जाथे। लाभार्थी मन ल एनएसटीएफडीसी के पात्रता मानदंड ल पूरा करना परथे अऊ एससीए से उधार देहे के नियम अऊ शर्त के पालन करना होथे।