महासमुंद, 10 सितमबर 2024। नंदनी तांडी कहत हे के अकेल्ला रहे के पीरा का होथे मैं जानत हंव। एक तो आर्थिक समस्या दुसर लइका मन के लालन-पालन के जिम्मेदारी, कठिन परिस्थिति मन म सरकार कोति ले महतारी वंदन योजना के एक हजार रुपिया ह हम महिला मन बर नवा सहारा बने हे। ओकर बताती वो ह बकरी (छेरी) पालन के काम करथे। अभी वोखर तीर एक बकरी हे, महतारी वंदन के पइसा ले जल्दीच वो ह दुसरइया बकरी खरीदही। वोखर बेटी 9वीं कक्षा म पढ़त हे, जेन ल वो उच्च शिक्षा दिलाना चाहत हे। नंदनी कहिथे के मोला हर महीना अपन मोबाईल म घंटी बजे के अगोरा रहिथे। सच कहंव त अब मोर मन प्रसन्न अऊ थइली भरे रहिथे।
महासमुंद जिला के वार्ड नम्बर 4 ईदगाह भाठा, शारदा मंदिर के पीछू देवार मन के बस्ती म एक छोटकुन घर नंदनी तांडी के घलोक हे। जिहां वो अपन दू लइका मन के संग रइथे। बड़ आत्मविश्वास के संग अपन हालत के बारे म बतात नंदनी भावुक हो जाथे।
पति ले अलग होए के बाद दू लइका मन के जिम्मेदारी पूरा ओकर खांधा म आ गीस। कचरा बीनके जेन कुछ मिलथे ओला लइका मन के देखभाल अऊ जीवन यापन बर खर्च करत रहिस। बड़-मुश्किल ले रोजे 100-150 रुपिया कमा पात रहिस। मोर थइली हमेशा खाली रहय, फेर पाछू सात महीना ले मोर थइली भरे रहिथे। जबले मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय हम महिला मन के खाता म हर महीना एक हजार रुपिया देवत हे, तबले थइली खाली रहे के नौबत नइ आए हे।