मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान : जिला के सुदुर अंचल मन म दस्तक देवत, स्वास्थ्य विभाग के टीम

नारायणपुर, 28 दिसम्बर 2020। मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ के अंतर्गत नारायणपुर जिला म घलो 15 दिसम्बर ले अभियान के शुरुवात होगे हे। ये अभियान के अन्तर्गत मलेरिया जांच टीम अब जिला के सुदुर अंचल मन म घलो अपन दस्तक देवत हे। जिला के दुर्गम क्षेत्र अऊ विषम भौगोलिक परिस्थिति के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के टीम उबड़-खाबड़ रस्ता, नदी-नाला ल पार करके ओरछा क्षेत्र के वनाचंल गांव जिहां आवागमन के साधन नई होय के सेती कई किलोमीटर तक दुर्गम मार्ग म पैदल चलनक गांव मन के घर, स्कूल, आश्रम, छात्रावास अऊ पैरामिलिट्री कैम्प मन म पहुंच के लोगन के मलेरिया के जांच करे जावत हे। मलेरिया मुक्त अभियान के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग जिला नारायणपुर द्वारा 15 दिसम्बर ले लेके अब तक चले ये सघन अभियान म जिला के 26 हजार 718 लोगन के मलेरिया जांच करे गिस। जांच म 622 महिला, पुरूष अऊ बच्चा मलेरिया पॉजिटिव पाये गिस, जेमां ले 42 प्रकरण पी.व्ही 567 पीएफ अऊ 13 मिक्स प्रकरण मिलिस। उहें 6 गर्भवती महिला मन म मलेरिया पॉजिटिव पाया गिस, जेखर उपचार करे जावत हे। अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग टीम ह घर मन के संगे-संग, स्कूल, आश्रम, छात्रावास अऊ पैरामिलिट्री कैम्प मन म जाके लोगन के स्वास्थ्य जांच करिन। इहां ये उल्लेखनीय हे कि पॉजीटिव पाये गय प्रकरण मन म अधिकतर प्रकरण लक्षण रहित रहिस।

स्वास्थ्य अधिकारी ह जानकारी देवत हुए बतइन एनीमिया अऊ कुपोषण के एक बड़का कारण मलेरिया घलो हे। मलेरिया संक्रमण ले रक्त के कमी हो जाथे, जेखर ले एनीमिया के स्थिति निर्मित होथे। संग ही मलेरिया के सेती हीमोलिसिस होय ले प्रोटीन अऊ शरीर के अन्य पोषक तत्व मन के घलो हा्रस होथे, जोन कुपोषण के कारण बनथे। मलेरिया मुक्त अभियान न केवल मलेरिया ले मुक्ति दिलाही, बल्कि एनीमिया, कुपोषण, शिशु अऊ मातृ-मृत्यु दर म कमी लाये म कारगर सिद्ध होही। सर्वे दल द्वारा अपन आगु ही दवा के खुराक मरीज ल खिलाए जावत हे। गंभीर प्रकरण पाये जाये म तीर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अऊ जिला चिकित्सालय म रिफर करे के व्यवस्था करे गए हे। उपरोक्त गतिविधि मन के संगे- संग दल मन के द्वारा कोविड के लक्षण पायेे गए लोगन के घलो जानकारी लेहे जावत हे।

लउछरहा..