नारायणपुर, 30 दिसम्बर 2020। मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ के अंतर्गत नारायणपुर जिला म घलोक 15 दिसम्बर ले अभियान के शुरुवात हो गए हे। ये अभियान के अन्तर्गत मलेरिया जांच टीम अब जिला के सुदुर अंचल म घलोक अपन दस्तक देवत हे। जिला के दुर्गम क्षेत्र अऊ विषम भौगोलिक परिस्थिति मन के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के टीम उबड़-खाबड़ रद्दा, नदी-नाला ल पारके ओरछा क्षेत्र के वनाचंल गांव जिहां आवागमन के साधन नइ होए के सेती कई किलोमीटर तक दुर्गम मार्ग मन म पैदल चलके गांव मन के घर, स्कूल, आश्रम, छात्रावास अऊ पैरामिलिट्री कैम्प मन म पहुंचके मनखे मन के मलेरिया के जांच करे जात हे। मलेरिया मुक्त अभियान के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग जिला नारायणपुर कोति ले 15 दिसम्बर ले लेके अब तक चले ये सघन अभियान म जिला के 26 हजार 718 मनखे मन के मलेरिया जांच करे गए हे। जांच म 622 महिला, पुरूष अऊ लइका मलेरिया पॉजिटिव पाये गीस, जेमां ले 42 प्रकरण पी.व्ही 567 पीएफ अऊ 13 मिक्स प्रकरण मिलिस। उहें 6 गर्भवती महिला मन म मलेरिया पॉजिटिव पाए गीस, जिंकर उपचार करे जात हे। अभियान के समय स्वास्थ्य विभाग टीम ह घर के संगें-संग, स्कूल, आश्रम, छात्रावास अऊ पैरामिलिट्री कैम्प मन म जाके मनखे मन के स्वास्थ्य जांच करे गीस। इहां ये उल्लेखनीय हे के पॉजीटिव पाये गये प्रकरण मन म अधिकतर प्रकरण लक्षण रहित रहिस।
स्वास्थ्य अधिकारी ह जानकारी देवत बताइस के एनीमिया अऊ कुपोषण के एक बड़का कारण मलेरिया घलोक हे। मलेरिया संक्रमण ले रक्त के कमी हो जाथे, जेखर से एनीमिया के स्थिति निर्मित होथे। संगेच मलेरिया के सेती हीमोलिसिस होए ले प्रोटीन अऊ शरीर के आन पोषक तत्व मन के घलोक कमी होथे, जऊन कुपोषण के कारण बनथे। मलेरिया मुक्त अभियान न केवल मलेरिया ले मुक्ति देवाही, भसलुक एनीमिया, कुपोषण, शिशु अऊ मातृ-मृत्यु दर म कमी लाय म कारगर सिद्ध होही। सर्वे दल ह अपन आगूच दवा के खुराक मरीज मन ल खवावत हें। गंभीर प्रकरण पाये जाय म समीप के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अऊ जिला चिकित्सालय म रिफर करे के व्यवस्था करे गए हे। ये गतिविधि मन के संगें-संग दल मन ह कोविड के लक्षण वाले मनखे मन के घलोक जानकारी लेहे जात हे।