मालीडीह के फूल ले महकत हे मुम्बई, बेंगलुरु अउ नागपुर

महासमुंद के मालीडीह में होवत हे गुलाब, झरबेरा अउ सेवंती के खेती
इंजीनियरिंग के पढ़ाई करे युवा किसान अमर चंद्राकर करत हे फूल के व्यावसायिक खेती
रायपुर, 8 सितंबर 2023

महासमुंद अंतर्गत ग्राम मालीडीह एक छोटकन गांव आए। इहां के किसान श्री अरूण चंद्रकार वईसे त एक परम्परागत किसान हे, लेकिन कुछ साल पहिली प्रायोगिक तौर म कुछ अलग करे के सोचिस अउ फूल के खेती के डहर हाथ अजमाइस। उद्यान विभाग के अधिकारी मन से मार्गदर्शन लेके गुलाब के खेती करे सुरू करिस। सुरुआत में 400×400 वर्ग मीटर क्षेत्र में गुलाब के पउधा लगाइस। एकर बर उद्यानिकी विभाग ले पॉली हाऊस योजना के लाभ घलो लिस। उकर पुत्र अमर चंद्राकर ह घलो पिताजी के बुता ल आघू बढ़ात हुए आवश्यक मार्गदर्शन अउ प्रशिक्षण लेले ए खेती ल व्यावसायिक रूप देके आघू बढ़ाए के काम करत हे।
उद्यानिकी विभाग कती ले संचालित राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत पैक हाऊस निर्माण के लाभ घलो लिस। संग ही समय-समय क तकनीकी मार्गदर्शन लेत रहय। फूल में आमदनी ल देखत हुए युवा किसान अमर चंद्राकर ह एक-एक एकड़ क्षेत्र के दू ठ स्थान म झरबेरा फूल के खेती 2020-21 में सुरू करिस। आज झरबेरा के खेती ले वो ह प्रति माह लगभग एक लाख रुपिया के बचत करत हे। ओ ह बताइस कि लगभग 6 एकड़ क्षेत्र में फूल ले खेती के योजना हे। आज 35 झन मजदूर उकर पॉली हाऊस मे बुता करत हे। के प्रतिदिन कटाई-छटाई अउ दवाई देहे के काम करथे। ओ ह बताइस कि उकर फूल प्रति नग कम से कम ढाई रुपिया से लेके 17 रुपिया तक के दर से रायपुर, मुम्बई, नागपुर, कोलकाता, बेंगलुरु आदि महानगर मन में विक्रय करे जाथ हे। ओ ह बताइस कि अभी एक क्षेत्र में सेवंती फूल लगाय गय हे, जेकर नवम्बर महीना ले उत्पादन सुरू हो जाही। श्री अमर चंद्राकर वईसे तो बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग हे, लेकिन नौकरी के मोह त्याग कर मुनाफा के ए खेती ल ही नौकरी मान के काम करत हे। संग में सामाजिक कार्य में घलो हाथ बटात हे। ओ ह कहिस कि गांव में रह के ही गांव के सेवा कर अउ फूल के खेती ले मैं संतुष्ट हव। ओ ह राज्य शासन ल ए अवसर ह धन्यवाद घलो दिस हे।

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