रायपुर, 12 जनवरी, 2024/ रामकाज कीन्हें बिनु मोहि कहां बिसराम, सुंदर कांड के ये चउपई आज काल पूरा देश म गूंजत हे। अयोध्या धाम म श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा होना हे। ये पुनीत काम म हरेक मनखे अपन भागीदारी देना चाहत हे। एही कड़ी म छत्तीसगढ़ ले सत्य साई संजीवनी हास्पिटल के डॉक्टर अऊ पैरामेडिकल स्टॉफ संग 50 मनखे मन के मेडिकल टीम अयोध्या धाम बर रवाना हो गए हे। धार्मिक न्यास अउ धर्मस्व मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल अऊ स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ह ये टीम ल अयोध्या बर रवाना करिन। ये मेडिकल टीम म 20 डॉक्टर अऊ 30 नर्सिंग स्टाफ हे। ये टीम राम लला के भगत मन के स्वास्थ्य के ध्यान रखही। ये मेडिकल टीम 45 दिन तक अयोध्या धाम म रइही अऊ रामभक्त मन के जरूरत परे म सेवा करही। एखर बाद अतके दिन बर दुसरइया टीम घलोक भेजे जाही।
मेडिकल टीम ल रवाना करे के बेरा म धार्मिक न्यास अउ धर्मस्व मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ह कहिन कि 500 साल बाद भगवान श्रीराम घर आवत हे। ये अतका शुभ घड़ी हे कि हर कोनो रामलला ल देखे बर लालायित हें। लाखों के संख्या म मनखे रोज अयोध्या पहुँचहीं। ये बहुत अच्छा बात ये कि सत्य साईं अस्पताल के टीम उहां पहुंचत हे। टीम म जेन चिकित्सक अऊ नर्सिंग स्टाफ जावत हें वो न केवल सेवा के काम करहीं संगेच छत्तीसगढ़ बर रामलला के आशीर्वाद घलोक लेके लहुटहीं। श्री अग्रवाल ह कहिन कि सत्य साईं हास्पिटल छोटे लइका मन के मुस्कान वापस लाय के काम करे हे। छोटे लइका मन के सेवा मानवता के सबले बड़का सेवा हे। उंखर टीम रामलला के भक्त मन के घलोक ध्यान रखही, ये बहुत सुंदर पहल ये।
ये मौका म अपन संबोधन म स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ह कहिन कि श्रीराम हमार भांचा ये। 500 साल बाद वो अपन घर अयोध्या धाम म विराजमान होवत हे। भांजा के अपन घर म विराजमान होए के ननिहाल म जइसन खुशी हे वोला शब्द म बयां नइ करे जा सकय। सत्य साईं हास्पिटल ह अयोध्या धाम म भगत मन के सेवा बर जेन पहल करे हे वो अनुकरणीय हे। सेवा के काम म मनखे मन के सेवा करे ले अच्छा कुछ नइ हे। लाखों छत्तीसगढ़वासी आप मन ल ये पुनीत काम बर असीस देवत हे। रामलला के सेवा म उठाए गए आप मन के ये कदम स्तुत्य हे। स्वास्थ्य मंत्री ह अयोध्या धाम बर 300 टन सुगंधित चावल भेजे बर राइस मिलर्स एसोसिएशन के काम ल घलोक सहराइन। उमन कहिन कि श्रीराम के सेवा म लाखों हाथ उठत हे अऊ ये सुंदर वातावरण ले जेन आनंद मिलत हे ओला शब्द म व्यक्त करना कठिन हे।