प्रधानमंत्री जनमन : पीवीटीजी परिवार ल योजना मन के लाभ देवाए मेगा ईवेंट अऊ आईईसी कैंपेन

अवइया सितमबर महिना म राज्य के 18 जिला मन म होही वृहद आयोजन
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राज्य स्तरीय मेगा ईवेंट म होही वर्चुअल रूप ले सामिल
प्रधानमंत्री विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार ले करहीं गोठ-बात
रायपुर, 20 अगस्त 2024। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के पहल म छत्तीसगढ़ म विशेष पिछड़ी जनजाति बहुल बसाहट मन म राज्य अऊ केन्द्र सरकार कोति ले संचालित योजना मन के लाभ देवाए खातिर विशेष अभियान चलही। आदिम जाति अउ अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ह राज्य के 18 जिला मन म अवइया सितमबर महिना म एखर बर मेगा ईवेंट अऊ आईईसी कैंपेन चलाय बर दिशा-निर्देश देहे हें। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सितंबर 2024 के पहिली हफ्ता म अइसन आयोजन मन म वर्चुअल रूप ले सामिल होके विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार के संग गोठ-बात करहीं।
आदिम जाति अउ अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ह बताइस के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पीएम जनमन योजना के तहत झारखंड म आयोजित होवत राष्ट्रीय मेगा ईवेंट म संघरहीं अउ देश के सबो पीवीटीजी बसाहट वाले जिला मन ल संबोधित करत नवा संवाद माध्‍यम ले गोठ-बात करहीं। उमन बताइन के छत्तीसगढ़ म विशेष पिछड़ी जनजाति वाले कोनो एक जिला म राज्य स्तरीय मेगा ईवेंट होही।
श्री बोरा ह बताइस के मेगा ईवेंट के अकतहा बाकी सबो पीएम-जनमन के जिला मन म जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित होही। ए सबो आयोजन मन म झारखण्ड राज्य ले प्रधानमंत्री के संबोधन अऊ गोठ बात सुचारु रुप ले देखे अऊ सुने बर टू-वे-कनेक्टिविटी के जरूरी व्यवस्था करे जात हे। ए आयोजन मन म स्थानीय विधायकगण अऊ आन जनप्रतिनिधि सामिल होहीं। कार्यक्रम म केन्द्र अऊ राज्य सरकार के कई ठन योजना मन के अंतर्गत विशेष पिछड़ी जनजाति ल लाभान्वित करे जाही। ए बेरा म सास्कृतिक कार्यक्रम के तको आयोजन होही।
श्री बोरा ह बताइस कि लाभार्थी सतृप्ति शिविर मन के आयोजन 23 अगस्त 2024 ले 10 सितंबर 2024 तक होही। ए शिविर मन के माध्यम ले आधार कार्ड, जनधन खाता, आयुष्मान कार्ड, वन अधिकार पत्र राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम मातृत्व वंदना योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, सिकल सेल के जांच एव मूलभूत स्वास्थ्य सुविधा आदि म संतृप्ति करे जानी हे। एकर उद्देश्य सबो पीवीटीजी बसाहट म तात्कालिक गतिविधि मन के शत-प्रतिशत संतृप्ति करे जाना हे।

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