रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह कहिन कि मिनीमाता के व्यक्तित्व अतुलनीय रहिस। सरल अऊ सहज व्यक्तित्व के धनी मिनीमाता ह अपन पूरा जीवन मानव सेवा बर समर्पित कर दीन। दलित मन के नागरिक अधिकार के रक्षा बर अस्पृश्यता निवारण अधिनियम ल संसद म पारित कराए म उमन महती भूमिका निभाईन। बाल विवाह अऊ दहेज प्रथा के विरोध म उमन समाज ले लेके संसद तक अपन अवाज उठाईन।
श्री बघेल आज राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक भवन म मिनीमाता स्मृति दिवस अऊ प्रतिभा सम्मान समारोह ल संबोधित करत रहिन। ये मौका म उमन पहिली महिला सांसद मिनीमाता के 50वां पुण्यतिथि म डाक विभाग कोति ले जारी विशेष आवरण के विमोचन करिन। कार्यक्रम के आयोजन गुरू घासीदास साहित्य अऊ संस्कृति अकादमी, प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के तरफ ले करे गए रहिस।
मुख्यमंत्री ह कार्यक्रम म आगू कहिन कि मिनीमाता ह महिला अस्मिता ल एक नवा ऊंचाई दीन। अपन प्रखर नेतृत्व क्षमता के बदौलत राष्ट्रीय नेता मन के बीच उंखर अलग पहिचान रहिस। दलित शोषित समाज ही नहीं सबो वर्ग ह ऊंखर नेतृत्व ल मान्य करे रहिन। मिनीमाता के समाज हितैषी काम के सेती लोकप्रियता के शीर्ष म पहुंचीन। छत्तीसगढ़ के पहिली महिला सांसद के रूप म ओ मन ल दलित अऊ महिला मन के उत्थान बर करे काम मन बर सदा सुरता करे जाही।