सांसद फूलो देवी नेताम शपथ लेवत ही छत्तीसगढ़ी ल आठवीं अनुसूची म शामिल करे के उठाइस मांग

नई दिल्ली/रायपुर,15 सितंबर। सांसद फूलो देवी नेताम ह सोमवार के राज्यसभा सदस्यता के शपथ लीस अउ पहली दिन म ही ओमन छत्तीसगढ़ी ल आठवीं अनुसूची म शामिल करे के मांग करिन हे, राज्यसभा सांसद श्रीमती फूलों देवी नेताम ह कहिन कि छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास बर आवश्यक हे येला संविधान के 8वीं अनुसूची म जोड़य जाय।

राज्यसभा सांसद श्रीमती फूलोदेवी नेताम द्वारा संसद म शून्य काल म कहिन की आज सदन म मैं सवा तीन करोड़ छत्तीसगढ़ी लोगन के मांग ल आपके समक्ष रखना चाहत हो। छत्तीसगढ़ी भाषा के इतिहास बहुत गौरवशाली रहे हे। रामचरित मानस म घलो छत्तीसगढ़ी के शब्द मिलथे जइसे बाल काण्ड म माखी, सोवत, जरहि, बिकार किष्किन्धाकाण्ड म पखवारा, लराई, बरसा सुन्दरकाण्ड म सोरह, आंगी, मुंदरी आदि छत्तीसगढ़ी शब्द हावे।

एकर बाद हमार लेखक मन ह घलो छत्तीसगढ़ी भाषा म कविता नाटक, निबंध, शोध-ग्रंथ लिख के ये भाषा ल बढ़ावा देहे के प्रयास करे हवे। लेकिन छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास बर ये ह आवश्यक हे येला संविधान के आठवीं अनुसूची में जोड़य जाए। हाल ही म 28 अगस्त के छत्तीसगढ विधानसभा द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा ल केन्द्र के आठवीं अनुसूची म शामिल करे बर शासकीय संकल्प ल बहुमत ले पारित कर गे हवे।

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