मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान : ताते—तात पौष्टिक आहार अउ समुचित देखभाल ले प्रदेश के 1.41 लाख लइका कुपोषण मुक्त

रइपुर, 17 अगस्त 2021 मंगल। मुख्यमंत्री दाउ भूपेश बघेल के कुपोषण मुक्ति के पहल ले छत्तीसगढ़ म महात्मा गांधी के 150वीं जयंती 2 अक्टूबर 2019 ले शुरू होए प्रदेशव्यापी मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अच्छा प्रतिसाद मिले लगे हे। प्रदेश म जनवरी 2019 के स्थिति म चिन्हांकित कुपोषित लइका मन के संख्या 4 लाख 33 हजार 541 रिहिसे जउन मई 2021 म लगभग एक तिहाई 32 प्रतिशत माने एक लाख 40 हजार 556 लइका मन कुपोषण ले मुक्त होगे हे। एकर श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कुशल नेतृत्व अउ उन्कर दूरदर्शी सोच ल जाथे।

छत्तीसगढ़ के नवा सरकार बने ले मुख्यमंत्री दाउ बघेल ह राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 के आंकड़ा मन म माइलोगन अउ लइका मन ल कुपोषण अउ एनीमिया के दर ल देखत प्रदेश ल कुपोषण अउ एनीमिया ले मुक्त करे के अभियान शुरू करीस। राष्ट्रीय परिवार सर्वेक्षण-4 के अनुसार प्रदेश के 5 वर्ष से कम उम्र के 37.7 प्रतिशत बच्चे कुपोषण और 15 से 49 वर्ष की 47 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया से पीड़ित थे। इन आंकड़ों को देखे तो कुपोषित बच्चों में से अधिकांश आदिवासी और दूरस्थ वनांचल इलाकों के बच्चे थे। राज्य सरकार ने इसे एक चुनौती के रूप में लिया और ‘कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़‘ की संकल्पना के साथ महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरूआत की। अभियान को सफल बनाने के लिए इसमें जन-समुदाय का भी सहयोग लिया गया।
प्रदेश के नक्सल प्रभावित बस्तर सहित वनांचल के कुछ ग्राम पंचायत मन म पायलट प्रोजेक्ट के रूप म सुपोषण अभियान शुरू करीस। दंतेवाड़ा जिला म पंचायत मन के माध्यम ले ताते —तात पौष्टिक भोजन अउ धमतरी जिला म ‘लइका जतन ठउर‘ जइसन नवाचार कार्यक्रम ले येला आगू बढ़ाइस। योजना के सफलता ले मुख्यमंत्री दाउ बघेल ह येला पूरा प्रदेश म लागू करीस। येमा चिन्हांकित लइका मन ल आंगनवाड़ी केन्द्र म देवइया पूरक पोषण आहार के अतिरिक्त स्थानीय स्तर म फोकट म पौष्टिक आहार अउ कुपोषित माइलोगन अउ लइका मन ल तात पौष्टिक भोजन के बेवस्था करे गइस। अतिरिक्त पोषण आहार म तात भोजन संग अण्डा, लड्डूू, चना, गुड़, अंकुरित अनाज, दूध, फल, मूंगफली अउ गुड़ के चिक्की, सोया बड़ी, दलिया, सोया चिक्की अउ मुनगा भाजी ले बनेे पौष्टिक अउ स्वादिष्ट आहार दिये जावत हावय। स्वास्थ विभाग के सहयोग ले एनीमिया प्रभावित मन ल आयरन फोलिक एसिड, कृमिनाशक गोली देहे जाथे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अउ सहायिका मन के माध्यम ले प्रदेश के 51 हजार 455 आंगनबाड़ी केन्द्र मन ले लगभग 28 लाख 78 हजार हितग्राही मन के घर-घर जाके रेडी-टू-ईट पोषक आहार बांटे जावत हे। 6 महीना ले 6 बछर तक के लइका, गर्भवती, शिशुवती माइलोगन अउ किशोरी बालिका मन ल रेडी-टू-ईट बांटे जावत हे।

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