नान्हे महेश ल कुपोषण ले मिलीस मुक्ति: दाई-ददा होइन खुस

जशपुर, 8 फरवरी 2020। बने सहिन देखभाल अऊ पोषण मिले ले 10 महिना के नान्हे लइका महेश सारथी के वजन बाढ़ गए हे अऊ ओखर चेहरा म रौनक आ गए हे। जशपुर जिला के गाला गांव के निवासी श्री दिवाकर सारथी अऊ श्रीमती पुष्पा सारथी के लइका महेश जनम के समय ले ही कमजोर रहिस। महेश के जनम के समय घर म खुसी के माहौल रहिस, फेर ओखर कम वजन ले सबो चिंतित रहिन। नान्हे महेश के चेहरा म न चमक रहिस नइ शरीर म चंचलता।

प्रदेश म बाढ़त कुपोसन के समस्‍या ल देखत मुख्यमंत्री ह प्रदेश ले कुपोषण मुक्ति के अभियान चलाए ल कहे रहिन। उंखर कहे ले चालू करे गए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मन कोति ले कुपोषित लइका मन के चिन्‍हारी करे जात हे। इही कड़ी म महेश के जनम के बाद ग्राम पंचायत गाला म संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र सुकबासुपारा के कार्यकर्ता श्रीमती सुलोचना यादव ओखर घर गृह भेंट बर गीस। श्रीमती यादव ल महेश देखे ले कमजोर लगिस। कार्यकर्ता ह ओखर वजन लीस जेखर से पता चलिस के महेश के वजन सिरिफ 1.700 किलो हे। महेश के उमर के मुताबिक ओखर वजन बहुतेच कम रहिस, अऊ ये गंभीर कुपोषित के श्रेणी म आथे। एला देखत कार्यकर्ता ह लइका के मां श्रीमती पुष्पा सारथी ल 06 महिना तक सिरिफ स्तनपान कराए के सलाह दीन। कार्यकर्ता ह श्रीमती सारथी ल अउ लइका ल अकतहा गर्माहट देहे बर कंगारू मदर केयर के बारे म विस्तार ले बताइस।

नान्हे महेश के घर कार्यकर्ता कोति ले सरलग गृहभेंट करके लइका के साफ सफाई अऊ मां-बेटा के समुचित पोषण के निगरानी रखे गीस। दूसर महिना म लइका के वजन लेहे गीस जेमां लइका के वजन बाढ़के 3.400 किलो हो गीस अऊ तीसर महिना म लइका के वजन 5.140 किलोग्राम हो गीस। सरलग गृहभेंट अउ पालक मन ल समझाईश काम आइस अऊ महेश गंभीर कुपोषित ले सामन्य श्रेणी म आ गीस। लइका महेश के 06 महिना पूरा होए म आंगनबाड़ी म सुपोषण चौपाल के समय ओखर अन्नप्राशन (मुह जुठार) कराए गीस अऊ लइका के माता-पिता ल ऊपरी आहार के सम्बंध म सलाह दीए गीस। आंगनबाड़ी के माध्यम ले लइका म आए सुखद बदलाव ल देखके अब माता पिता घलोक खुश हे।

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