मुंगेली ले दिलीप बसंत, मुंगेली के जीवनदायनी आगर नदी ये समय अपन बदहाली के आंसू बोहावत हे। आपला बता देवन के मुंगेली नगर ल तीन कोति से घेरे आगर नदी ह धीरे-धीरे कूड़ा-कचरा के ढेर बनत जात हे। कभू-कभू त गाय बछरू, छेरी अउ दूसर मवेसी के लास तको ल लोगन मन नदिया म फेंक देथें तउन ह बदबू मारत पानी म बोहावत रइथे। अतकेच भर नहीं अउ फेक्टरी के छोड़े गन्दा पानी घलो इही आगर नदी म प्रदूसन फैलावत मिलथे। चिंता के बात हे के, नदिया म बाढ़त गंदगी अउ पानी के प्रदूषण ल दूर करेबर प्रशासन कोति ले कोनो बड़े कार्यवाही नइ करे जात ये।