छेना बनई म घलो मेहनत लगथे

  • छत्तीसगढ़िया चूल्हा चौकी म अब्बड़ काम के, माटी के चूल्हा ल लीप बहार के छेना ले आगी लगाथें।

मुंगेली,12 मई 2020। गांव गवई म छेना के बड़ महत्व हे ,बिहनिया उठत माईं लोगन मन अउ दई -बहनी,भौजी अउ बहुरिया मन घर अंगना ल बहार पोछ के जइसन सफ्फा करथें। उस्नेहें चूल्हा चौकी ल घलो करथे। चूल्हा के राख ल सफ्फा करके लीप पोछके सफ्फा करथे त घर में एही छेना म माटीतेल डारके माचिस बारथें। तब जाके रोज बिहनिया चहा, रोटी अउ बानी बानी के खाइ ख़वई,दार भात अउ साग बनथे। मुंगेली के रामगढ तिरे तरिया पार म अइसने छेना ल पल्टावत रहिस माई लोगन ह।लॉक डॉउन के बेरा म जादा नई बना पाइस नई तो बने अकन बन जाथे हर साल। एकर बनाय म घलो अब्बड़ मेहनत हावय। संझा बिहनिया फेटे अउ जइतने लगथे। तब बनथे ,कई झन माँगथे त 1/- रूपया नग ले जादा घलो म बेच देथे। आज कल घर सिलेंडर गैस आगे तभो ल चूल्हा के चूरे खाना बने लगथे।

मुंगेली ले दिलीप बसंत

लउछरहा..