जशपुरनगर: लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के लैब ल एनएबीएल मान्यता

अब आम जनता घलोक करा सकहीं पानी के जांच
जशपुरनगर, कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल मार्गदर्शन अऊ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के दिशा-निर्देश म जिला म जल जीवन मिशन अंर्तगत् मनखे मन ल शुद्ध पेयजल उपलब्‍ध कराए बर सार्थक पहल करे जात हे। इही कड़ी म लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जल जीवन मिशन अंर्तगत संचालित जिला स्तरीय लैब ल पानी के बेहतर जॉच करे के सेती एनएबीएल सर्टिफिकेट मिले हे। अब ये लैब के टेस्ट रिपोट प्रदेश अऊ राष्ट्रीय स्तर म मान्य होही। जिला जल परीक्षण प्रयोगशाला मे एनएबीएल प्रमाणिकता के संग 11 पैमाना म पेयजल के जॉच के सुविधा आमजन बर उपलब्‍ध हो पाही। जेकर बर मूल्य के निर्धारण घलोक करे गए हे। जेमां टीडीएस 1 रूपिया, गंध 1रूपिया, रंग 1 रूपिया, पी.एच. 1 रूपिया, टरबिडिटी (गंदलापन) 5 रूपिया, क्षारीयता 20 रूपिया, क्लोराईड 50 रूपिया अऊ कठोरता स्वाद, मैग्निशियम, कैल्शियम के जॉच बर 20 रूपिया निरधारित हे। पीएचई ह एनएबीएल मने नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एण्ड कैलिब्रेशन लेबोरेटरीज के सर्टिफिकेट बर प्रस्ताव भेजे रहिस। एखर पाछू एनएबीएल के टीम ह जांच करिस। उपकरण मन के जॉच करके टीम ह ए मन ल एनएबीएल के निरधारित मापदण्ड के मुताबिक पाइस अऊ लैब ल अवईया दू साल बर मान्यता देहे के निर्णय लीस। पीएचई के लैब म एनएबीएल प्रमाणिक लैब के मापदण्ड ले पानी के जॉच आम मनखे मन बर निरधारित शुल्क म उपलब्‍ध हो गए हे।
जानबा हे कि पानी म कई ठन तत्व मन के कमी या अधिकता ले कई जल-जनित बीमारी होथे जइसे-फ्लोराइड के अधिकता ले आँखी म उलटा प्रभाव, आयरन के अधिकता ले जोड़ मन म दरद, पानी के कठोरता जादा होए म पथरी, त्वचा के सूखापन, बाल के झड़ना आदि होथे। ये कारण से पीए के पानी के जॉच कराना जरूरी हे। पानी के जांच ले आम मनखे ये जान सकहीं के उंखर जल स्त्रोत पीए के लईक हे या नइ हे। जेखर से ओ मन अपन खुद के अऊ समुदाय ल जलजनित रोग ले बचा सकहीं।

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