नारायणपुर, नारायणपुर जिला के ग्राम पालकी म मॉं दन्तेश्वरी महिला स्व-सहायता समूह के महिला मन कोदो-कुटकी प्रसंस्करण काम ले जुड़के अपन आमदनी म इजाफा करत हें। समूह के महिला मन ले बातचीत करे म उमन बताइन के ऊंखर समूह म 10 महिला सक्रिय होके काम करत हें। महिला मन ह बताइन कि समूह म जुड़े के पहिली ओ मन कृषि विज्ञान केन्द्र केरलापाल म रोजी-मजदूरी के काम करत रहिन, जेमां ओ मन ल 120 ले 150 रोजेच के हिसाब ले मजदूरी मिलत रहिस, जे ह जीवन यापन बर बड़ कमती रहिस। एखर अलावा घर के जरूरत के पूर्ति बर गांव म महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना म घलोक काम करत रहिन। कोदो, कुटकी रागी प्रसंस्करण अऊ पैकेजिंग इकाई केन्द्र शुरू करे के प्रोत्साहन कृषि विज्ञान केंद्र अऊ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका योजना ले मिलीस।
समूह के महिला मन बताथें कि कृषि विज्ञान केंद्र के माघ्यम ले प्राप्त प्रशिक्षण अऊ कोदो, कुटकी रागी प्रसंस्करण अऊ पैकेजिंग इकाई प्रदाय करे गीस। उहें राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका योजना बिहान ले मिले आर्थिक सहयोग जइसे बैंक लिंकेज 5 लाख, चक्रिय निधि – 15 हजार प्राप्त होइस। ये राशि ले कोदो, कुटकी रागी प्रसंस्करण काम चालू करे गीस। ये काम करे के बाद धीरे-धीरे हमार समूह मां दन्तेश्वरी महिला स्व-सहायता समूह के सदस्य मन ल बनेच आमदनी होए लगिस। समूह के 3 सदस्य गांव-गांव म जा के किसान मन ले कोदो कुटकी 35 रूपिया के दर ले क्रय करे के काम करत हें। क्रय करे के बाद ओला प्रसंस्करण केन्द्र म प्रसंस्करण करत हें फेर पैकेजिंग करके स्थानीय बाजार, दुकान अऊ बाहरी बाजार म घलोक थोक अऊ चिल्लर विक्रय करत हें।
समूह के महिला मन ह बताइन कि ये काम ल पाछू दू साल ले समूह के महिला मन करत हें। ये काम ले अब तक कुल बिक्री 4 लाख 50 हजार के होए हे, जेमां ले शुद्व आय 2 लाख 50 हजार रूपया होए हे। समूह के सदस्य मन ल हर महीना 8 ले 10 हजार रूपिया के आय हो जाथे। ये काम के संगें-संग जरूरत मुताबिक रोजगार गांरटी योजना अऊ आन काम घलोक कर लेथें। उमन बताइन कि पहिली के अपेक्षा अब उंखर आर्थिक स्थिति म सुधार होय हे। बिहान योजना ले जुड़े के बाद मॉं दन्तेश्वरी महिला स्व सहायता समूह के महिला मन खुश हे। उमन कहत हें कि ये योजना के माध्यम ले ही हमार परिवार के आर्थिक स्थिति म सुधार होय हे। हमार लइका मन अब बने स्कूल म पढ़ाई करत हें अऊ हमार जीवन स्तर म बदलाव आवत हे।