भाटपाल गौठान म करीबन 400 मवेसी मन ल रोज मिलत हे आश्रय के संग चारा-पानी गाँव के अर्थव्यवस्था म घलोक आवत हे सुधार

सुराजी योजना ले आत्मनिर्भर होवत हे ग्रामीण

नारायणपुर, छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा अऊ बाड़ी के अंतर्गत गरुवा कार्यक्रम के तहत नारायणपुर जिला के धुर नक्सल प्रभावित 27 गांव मन म गौठान के निर्माण कार्य करे जात हे। 17 गौठान मन के काम महात्मा गांधी रोजगार गांरटी योजना म अभिसरण के तहत निर्माण के काम करीबन पूरा करे जा चुके हे। शुरुआत म जिला म पाँच आदर्श गौठान बनाय गीस। जेमां ले नारायणपुर विकासखण्ड के चार गांव बेलगांव, बड़ेजम्हरी, भाटपाल, रेमावण्ड अऊ ओरछा विकासखण्ड के कंदाड़ी ग्राम म मॉडल गौठान बनाए गए हे। राज्य शासन कोति ले गौठान स्वीकृत करके जऊन पहल करे गए हे, एखर से गांव वाले मन के मवेसी अऊ आन मवेसी जऊन एती-तेती घुमत रहिन, ऊंखर बर स्थायी ठिकाना होगीस। जेखर से अब सड़क मन म मवेसी मन के विचरण कम होय हे, संगेच सड़क दुर्घटना मन म घलोक कमी आए हे।
सुराजी ग्राम योजना के तहत गरूवा के उन्नयन बर नारायणपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत भाटपाल म महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना म अभिसरण के तहत मॉडल गौठान निर्माण करे गए हे। गौठान म पशु मन के संख्या करीबन 400 हे। गौठान निर्माण करीबन 13 एकड़ के क्षेत्रफल म करे गए हे। इहां बताना जरूरी हे कि मवेसी मन के चारा बर गौठान स्थल ले लगे जमीन म 6 एकड़ म चारागाह के निर्माण करे गए हे। समय म चारा अऊ पानी के उपलब्धता ले पशु गौठान म ही रहत हें। एखर से फसल घलोक सुरक्षित हे। गौठान निर्माण के स्थल म पानी टंकी के निर्माण करे गए हे। पानी टंकी के बने ले गौठान म अवइया पशु मन बर पेयजल के व्यवस्था करे गए हे। गौठान निर्माण काम म 226 गांव वाले मन कोति ले काम करे गीस। जेमां कुल 3250 मानव दिवस के रोजगार गांव वाले मन ल मिले हे। ये मा महिला मन ह घलोक अपन भागीदारी निभाइन। महिला मन म ये योजना ल लेके बिक्‍कट उत्साह देखे ल मिलिस। सबो ग्रामीण पहिली ले जादा दिलचस्पी लेके ये काम ल करत हें। गौठान म गांव वाले मन कोति ले चारा के दाना के संगें-संग मवेसी मन के उचित प्रबंधन, देखरेख बर ग्राम स्तर म गौठान प्रबंधन समिति बनाए गए हे। जिंकर कोति ले गौठान के संचालन करे जात हे। जेमां पशु अवशेष मन के वैज्ञानिक तरीके ले प्रबंधन करके गोबर ले आधुनिक खाद तियार करे, गौ-मूत्र ले कीटनाशक तियार करे अऊ गौठान स्थल म कई ठन प्रकार के आर्थिक गतिविधि संचालित करे जाही। ग्राम गौठान प्रबंधन समिति के सदस्य मन कोति ले गौठान के संचालन करे ले अब मवेशी एक जगा सुव्यवस्थित रूप ले सकलाए रइथें। मवेसी मन ले फसल सुरक्षित होए ले किसान घलोक निसफिकिर हे अउ अड़बड़ खुस हें। गोठान म ही अलग ले पानी सोक्‍ता के घलोक निर्माण करे गए हे। जेखर से गांव के जल स्तर म बढ़ोत्तरी होही अऊ स्थल के तीर-तखार म पानी सकला के खेत म अवशोषित होही। जेखर से चिखला-कांदो नइ होही।
महिला स्व सहायता समूह के समिति कोति ले गाय के गोबर ल वर्मीबेड म एकत्रित करके जैविक खाद बनाए जात हे। ग्रामीण खाद के बाड़ी म उपयोग करके हरियर साग भाजी अऊ फल प्राप्त करत हें। ये योजना ले गांव वाले मन आत्मनिर्भर होवत हे। जिला प्रसासन कोति ले ये योजना के अंतर्गत नारायणपुर जिला म 20 नरूवा बनाय जावत हे, हर एक विकासखण्ड म 10-10 नरूवा बनाए जाही। संबंधित विभाग के अधिकारी मन कोति ले 20 नरूवा के काम चालू कर दे गए हे। जेखर से कृषक मन ल सिंचाई बर पूरा साल पानी के उपलब्धता सुनिश्चित करे जा सकही अऊ भूजल स्तर म घलोक वृद्धि होही।
गौठान म पशु विभाग कोति ले बेरा-बेरा म टीकाकरण करे जात हे। जेखर से पशु मन के स्वास्थ्य म सुधार होवत हे। गांव वाले मन ह ग्रामसभा आयोजित करके संकल्प लेहे हें कि ये साल ले खरीब फसल के पैरा ल नइ जलाए जाए। ओला गौठान समिति ल पशु मन के भोजन व्यवस्था बर सकेले जाही।

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