बड़का रकबा म रेशम के उत्पादन, नक्सल प्रभावित क्षेत्र के परिवार मन ल मिलत हे रोजगार

नारायणपुर, अर्जुन के 65 हजार पेड़ वनांचल म उम्मीद के सोनहा अंजोर बगरावत हे। मनरेगा के तहत 40 एकड़ रकबा म लगाए गए ए पेड़ मन म रेशम विभाग ह अब कृमिपालन करके कोसा सिल्क उत्पादन करत हे। एखर खातिर समूह बनाके स्थानीय गांव वाले मन ल प्रशिक्षण दे गए हे। इहां कोसा उत्पादन ले नक्सल प्रभावित क्षेत्र के परिवार मन ल स्थाई रोजगार मिले हे। नक्सल प्रभावित नारायणपुर के बोरण्ड ग्राम पंचायत के गोटाजम्हरी गांव म मनरेगा, रेशम विभाग अऊ जिला खनिज न्यास निधि के अभिसरण ले अर्जुन के पेड़ लगाये गे हे। रेशम विभाग ह गांवे के मजदूर मन के समूह बनाके ए पेड़ मन म टसर कोसा कृमिपालन के काम बछर 2020-21 म शुरु कर देहे हे। हितग्राही मन ह कृमिपालन ले एक फसल म 76 हजार 602 नग कोसा फल उत्पादन करके 1 लाख 67 हजार 576 रूपिया के आय अर्जित करे गए हे। उहें बछर 2021-22 म 11 हितग्राही मन लटसर कृमिपालन करके 88 हजार नग कोसा फल के उत्पादन करे गए हे। जेखर से ए मन ल 1 लाख 80 हजार रूपिया के आय होए हे। टसर कृमिपालन के काम 40 ले 45 दिन के होथे। रेशम विभाग ह समूह के सदस्य मन ल 35-40 दिन के प्रशिक्षण देके कृमिपालन ले लेके कोसा फल संग्रहण तक के काम सिखाए गए हे। कृमिपालन बर पूरा 40 एकड़ के वृक्षारोपण ल अलग-अलग भाग म बांटे गए हे। समूह कोति ले उत्पादित कोसाफल ल शासन कोति ले स्थापित कोकून बैंक के माध्यम ले क्रय करे जाथे। कोसा फल के विक्रय ले प्राप्त राशि समूह के खाता म हस्तांतरित होही। एकर से कोसा सिल्क के उत्पादन ले एक संग 12 परिवार मन ल नियमित रोजगार मिलत हे। ओ मन रेशम उत्पादन म दक्ष होके अब 15 हजार रूपिया के कमाई करके बेहतर जीवन व्यतीत करत हे।
वृक्षारोपण ले 10561 मानव दिवस के रोजगार, 18 लाख ले जादा के मजदूरी भुगतान
नारायणपुर जिला मुख्यालय ले करीब 12 किलोमीटर दूर गोटाजम्हरी म मनरेगा, रेशम विभाग अऊ डीएमएफ के अभिसरण ले अर्जुन के पेड़ मन के रोपण करे गए रहिस। रेशम विभाग ह ये साल मार्च महीना तक इंकर संधारण अऊ सुरक्षा करे गीस। डीएमएफ ले मिले सात लाख 34 हजार रूपिया ले पौधा मन के नियमित सिंचाई बर नलकूप खनन अऊ सुरक्षा बर फेंसिंग के व्यवस्था करे गीस। पौधरोपण के बाद ले ही मनरेगा के अंतर्गत पउर साल तक इंकर संधारण करे गीस। ये दौरान बोरण्ड ग्राम पंचायत के 294 जरूरतमंद परिवार मन ल दस हजार 561 मानव दिवस के सीधा रोजगार मिलीस। ए म मजदूरी के रूप म गांव वाले मन ल 18 लाख 20 हजार रूपिया के भुगतान करे गगीस।
बोरण्ड के मनरेगा श्रमिक श्रीमती जागेश्वरी बताथे के वो ह इहां वृक्षारोपण अऊ पौधा मन के संधारण बर 2016-17 ले 2019-20 तक कुल 191 दिन काम करिस। एखर मजदूरी के रूप म ओला 31 हजार 448 रूपिया मिलिस। उहें एक अऊ मनरेगा श्रमिक श्री मोहन सिंह राना ल 334 दिन के रोजगार मिलीस जेमां ओला कुल 57 हजार 620 रूपिया के मजदूरी मिलीस।

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