नवाचार, रचनात्मकता अउ आजीवन सीखे के भावना होना चाही विद्यार्थी मन में- श्री विश्वभूषण हरिचंदन

आई.टी.एम विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में संघरिस राज्यपाल
3 मानद उपाधि, 13 गोल्ड मेडल समेत 377 उपाधि करिस वितरित
रायपुर, 15 सितम्बर 2023

शिक्षा एक आजीवन यात्रा हे अउ सीखे के प्रक्रिया कभू नई रुकना चाही। विद्यार्थी मन में नवाचार, रचनात्मकता अउ आजीवन सीखे के भावना होना चाही। विद्यार्थी अपन कौशल ल सरलग बढ़ाए, अपन क्षितिज ल व्यापक बनाए अउ अपन संबंधित छेत्र में नवीनतम प्रगति ले अवगत रहे के अवसर के तलाश करे।  राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ह आज आई.टी.एम. विश्वविद्यालय रायपुर के दीक्षांत समारोह में ए ह उद्गार व्यक्त करिस।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित आई.टी.एम. विश्वविद्यालय के आठवां दीक्षांत समारोह में विद्यार्थी मन ल 13 ठ गोल्ड मेडल समेत 377 उपाधि बांटे गईस। केन्द्रीय भंडार के सीईओ अउ एमडी श्री मुकेश कुमार, आई.टी.एम के प्रोफेसर आर.एस.एस मनी अउ कर्नाटक संगीत विशेषज्ञ श्रीमती जी. शारदा सुब्रमण्यम ल विश्वविद्यालय के मानद उपाधि प्रदान करे गईस ।

कार्यक्रम में राज्यपाल श्री हरिचंदन बतौर मुख्य अतिथि संघरिस। ओ ह अपन सम्बोधन में कहिस कि ए दीक्षांत समारोह न केवल विद्यार्थी मन के सफलता के उत्सव हे, बल्कि प्रत्येक के भीतर मौजूद अपार संभावना के घलो परिचायक हे। शिक्षा सदैव सामाजिक प्रगति ब प्रेरक शक्ति रहे हे। एमा बाधा ल तोडे़, मानदंड ल चुनौती देहे अउ अवसर पैदा करे के शक्ति हे। विश्वविद्यालय के शिक्षा यात्रा आप मन के भविष्य ल आकार देही, आपके द्वारा अर्जित ज्ञान के उपयोग राष्ट्र निर्माण ब होही।

श्री हरिचंदन ह कहिस कि हमन एक तेज अउ गतिशील दुनिया में रहत हन, जिहां तकनीकी प्रगति अउ वैश्वीकरण, उद्योग अउ व्यवसाय ल नवा आकार देवत हे। अपन चुने हुए छेत्र में प्रासंगिक बने रहे अउ आघू बाढ़े के ए परिवर्तन ल अपनाना आवश्यक हे। राज्यपाल ह विद्यार्थी मन से आग्रह करिस कि अपन शिक्षा अउ ज्ञान ले उपयोग व्यक्तिगत विकास के संग-संग अपन आस-पास के लोगन मन के उत्थान ब घलो करव। जिम्मेदार नागरिक बनव अउ हमार महान राष्ट्र के विकास में सक्रिय रूप से योगदान देवव।
कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन आई.टी.एम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रोफेसर डॉ. पी. वी. रमन्ना ह करिस। कुलपति डॉ. सुमेन सिंह ह स्वागत उद्बोधन दिस।
ए अवसर म छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग के चेयरमेन ड़ॉ उमेश कुमार मिश्रा, विश्वविद्यालय के डायरेक्टर जनरल सुश्री लक्ष्मी मूर्ति, विश्वविद्यालय के अन्य प्रोफेसर, फैकल्टी मेंबर, विद्यार्थी अउ उकर पालकगण उपस्थित रहिस।

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