उत्तर बस्तर कांकेर 13 मार्च 2020, जिला के नरहरपुर तहसील के ग्राम देवरी बालाजी के आत्माराम नेताम सूकर अउ बकरी पालन ले अब आत्मनिर्भर बन गए हे। ओ ला पशु चिकित्सा विभाग कोति ले पशु औषधालय मानिकपुर के माध्यम ले सूकरत्रयी इकाई योजनांतर्ग एक नर अउ दू मादा सूकर(सूंरा) देहे गए रहिस, जेखर से पहिली साल म 15 सूकर(सूंरा) लइका पैदा होइस, जेमा 06 नर अउ 09 मादा लइका रहिस। जेला छै-सात महीने के बाद बड़े होए म बेंचे गीस, जेखर से 45 ले 50 हजार रूपिया के आमदनी वोला होइस। पउर साल 17 सूकर(सूंरा) बेंचे ले 60 ले 70 हजार रूपिया के लाभ मिलिस, ओ आमदनी ले आत्माराम ह दू बकरी(छेरी) घलोक बिसाईस, अब ओ ह सूकर(सूंरा) पालन के संगें-संग बकरी(छेरी) पालन घलोक करत हे अऊ पशुपालन बर पक्का शेड के निर्माण घलोक करा लेहे हे। वोकर तीर अभी तीन मादा सूकर(सूंरा) हे, जेकर 26 लइका हे, जेमां ले 09 लइका ल 35 हजार रूपिया म बेंचे हे। ये प्रकार ले आत्माराम सूकर पालन करके आर्थिक रूप ले सक्षम बन गए हे। आत्माराम ह बताइस के पहिली वो कुली मजदूरी के काम करके अपन परिवार के भरण-पोषण करत रहिस। सूकर(सूंरा) पालन के व्यवसाय ल अपनाए ले वोकर परिवार के आर्थिक स्थिति बने हो गए हे। जेखर सेती अब वो ह सूकर पालन के संगें-संग बकरी पालन घलोक करत हे।