संविधान भारत के सदियों जुन्ना संस्कृति, इतिहास अऊ परंपरा मन के अयना: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
संविधान दिवस पदयात्रा म मुख्यमंत्री संग मंत्रीगण अऊ विधायक संघरिन
रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज बिहनिया संविधान दिवस पदयात्रा कार्यक्रम म सामिल होइन। संविधान दिवस पदयात्रा पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सभागृह ले चालू होके अंबेडकर चौक म खतम होइस। मुख्यमंत्री ह डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा उपर माल्यार्पण करके ओ मन ल नमन करिन। ए पदयात्रा म उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, खेल अउ युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक, विधायकगण श्री इंद्र कुमार साहू, बिर खुशवंत साहेब, श्री अनुज शर्मा, महिला आयोग के सदस्य श्रीमती लक्ष्मी वर्मा अऊ युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्वजीत तोमर सामिल रहिन।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ह ए बेरा म पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सभागृह म आयोजित कार्यक्रम ल संबोधित करत कहिन कि हमर संविधान भारत के जुन्ना संस्कृति, इतिहास अऊ परंपरा के आइना ये। ये संविधान हमार सदियों के संघर्ष, अनुभव अऊ उपलब्धि मन के प्रतिफल ये। उमन कहिन के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के अगुवइ म आज के दिन 26 नवंबर के संविधान दिवस 2024 के आयोजन के शुरूआत होए हे। आज भारत के संविधान ल आत्मसात करे 75 साल पूरा हो गे हे। मुख्यमंत्री ह कहिन कि हमार संविधान निर्माता मन ह जिहां मौलिक अधिकार के बात लिखे हें, उहें भगवान श्रीराम, माता सीता अऊ भइया लक्ष्मण के तस्वीर अंकित करे गए हे। उमन कहिन कि ये तस्वीर तब के हे जब भगवान श्रीराम लंका विजय के बाद अयोध्या लहुटत रहिन। हमला ए बात ल समझना होही के हमार संविधान निर्माता मन ह ए तस्वीर के माध्यम ले हमला का संदेश देहे हें। संविधान म अइसनहे बहुत अकन फोटू अऊ संकेत हे, जेकर माध्यम ले संविधान निर्माता मन ह इंगित करे हें के हमला भारतीय संस्कृति अऊ जीवन मूल्य मन के संग लोकतंत्र ल आगू बढ़ाना हे।