- पंजीकृत किसान मन के डेटा अपडेट करे के काम 17 अगस्त ले होही सुरु
- राज्य शासन ह जारी करिस दिशा-निर्देश
रायपुर, 13 अगस्त 2020। छत्तीसगढ़ शासन कोति ले धान अऊ मक्का खरीदी बर खरीफ साल 2019-20 म पंजीकृत किसान मन ल विपणन साल 2020-21 बर मान्य करे के निर्णय ले ्रए हे। एखर बर पाछू खरीफ साल 2019-20 मे पंजीकृत किसान मन के दर्ज जमीन अऊ धान अऊ मक्का के रकबा अऊ खसरा ल राजस्व विभाग के माध्यम ले अपडेट कराए जाही। साल 2019-20 म पंजीकृत किसान मन के डेटा अपडेट करे के काम 17 अगस्त ले 31 अकटूबर 2020 तक करे जाही। गत खरीफ साल म पंजीकृत किसान मन ल किसान पंजीयन बर समिति म आए के जरूरत नइ हे। खरीफ साल 2020-21 म किसान पंजीयन बर गत साल 2019-20 म पंजीकृत किसान मन के डेटा कैरी फारवर्ड करे जाही, कहूं पहिली पंजीकृत किसान कोनो कारण ले पंजीयन म संशोधन कराना चाहत हे त सीमित मॉडयूल के माध्यम ले ये संशोधन करे के व्यवस्था प्रदान करे जाही।
गत खरीफ साल 2019-20 म जऊन किसान मन ह पंजीयन नइ कराए रहिन फेर ए साल जऊन धान विक्रय करे के इच्छुक हें अइसन नवा किसान मन के पंजीयन तहसील मॉडयूल के माध्यम ले तहसीलदार कोति ले करे जाही। खरीफ विपणन साल 2020-21 म नवा किसान मन के पंजीयन 17 अगस्त ले 31 अकटूबर 2020 तक करे जाही। नवा पंजीयन बर किसान मन ल संबंधित कागद मन के संग आवेदन तहसील कार्यालय म जमा करना होही।
खाद्य नागरिक आपूर्ति अऊ उपभोक्ता संरक्षण विभाग कोति ले मंत्रालय महानदी भवन ले राज्य के सबो संभागायुक्त, सबो कलेक्टर मन, पंजीयक सहकारी संस्था अऊ प्रबंध संचालक नवा रायपुर ल भेजे गए चिट्ठी म खरीफ विपणन साल 2019-20 म पंजीकृत किसान मन के दर्ज जमीन अऊ धान के रकबा अऊ खसरा के जानकारी के सूची समिति के साफ्टवेयर ले प्रिंट करके समिति कोति ले संबंधित क्षेत्र के पटवारी ल उपलब्ध कराए ल कहे गए हे। सूची म अंकित जानकारी के पटवारी कोति ले राजस्व रिकार्ड के आधार म सत्यापन करे जाही। पटवारी कोति ले सत्यापन के बाद सूची अपडेट करके समिति ल वापस उपलब्ध कराए जाही। समिति कोति ले पटवारी ले मिले सत्यापित अपडेट सूची के आधार म डाटा एन्ट्री करे जाही। डाटा एन्ट्री के बाद आखरी सूची समिति कोति ले प्रिंट करे जाही।
रकबा अऊ खसरा के सत्यापन काम राजस्व विभाग के उच्चाधिकारी मन के निगरानी म करे जाही। प्रदेश के उद्यानिकी अऊ धान ले अलग आन फसल मन के रकबा ल कोनो भी स्थिति म धान के रकबा के रूप म पंजीयन नइ करे जाए। छत्तीसगढ़ म गन्ना, सोयाबीन, मक्का, सब्जि, फल-फूल आदि आन फसल खरीफ सीजन के समय उगाए जाथे। एखर अलावा अकतहा खसरा म अंकित रकबा ले अनुपयोगी बंजर जमीन, पड़त जमीन, निकटवर्ती नदी-नाला मन के जमीन, निजी तालाब, डबरी के जमीन, कृषि उपयोग बर बनाय गए कच्चा-पक्का शेड आदि के जमीन ल पंजीयन म ले कम करे जाही। किसान पंजीयन के काम राजस्व कागद के मुताबिक करे जात हे। जेखर सेती गिरदावरी के काम राजस्व विभाग कोति ले समय म करके पंजीयन बर डेटा उपलब्ध कराए जाही। गिरदावरी काम के समय हर एक किसान ले आधार अऊ मोबाइल नंबर प्राप्त करे के प्रयास करे जाए।