‘‘पहल प्रेरणा की‘‘ : जमड़ी गांव के आम बगइचा ल ऑक्सीजोन म विकसित करे जाही – कलेक्टर

सूरजपुर, इहां के मनखे मन बताथें के इहां के कलेक्टर श्री दीपक सोनी ले जभे मिलहु उमन मनखे मन ल वृक्ष लगाये बर प्रेरित करथें। जमड़ी गांव के श्री अतुल के बताती इंकर गांव म एक जुन्‍ना शिव मंदिर, तालाब अऊ आम के बड़का बगइचा हे जऊन जमड़ी गांव के शान हे, जेखर वृक्ष अब बूढ़ा गे हे, बचपन ले एखर छांव म बड़े होएन। अब हमर हिरदे एखर पुनरुद्धार बर तड़फे लगिस, 3-4 साल अथक प्रयास के बाद आखिरकार इंकर मुलाकात कलेक्टर श्री दीपक सोनी ले होइस, जेमन ए बात ला गंभीरता ले लीन अऊ बगीचा ल ऑक्सीजोन म बदले के आश्वासन दीन। एखर अलावा अतुल ह खुद के इच्छाशक्ति ले अलग-अलग स्थान मन म 100 ले जादा पौधा ल बड़े करे हे। श्री अतुल के मानना हे कि आज के युग म अगर कोनो भगवान हे त वो वृक्ष ही हे। एखर जतका सेवा करे जाय वो कम हे।

वृक्षारोपण बर स्कूली छात्र मन ल परियोजना काम म वृक्षारोपण के काम दे जाय, चार खेत के बीच एक वृक्ष लगाए जाये। श्री अतुल चौबे ग्राम-जमड़ी (भैयाथान) ल खाली बेरा म लिखे के घलोक सउंख हे इंकर कविता मन म घलोक अक्सर वृक्ष मन के वरनन होथे एक कविता प्रस्तुत हे –

’बुझते उजालों को हसीं दोपहर कर दे,
मेरे बूढ़े बगीचे में शजर ही शजर कर दे,
मेरे गाँव में रहती है उदासियाँ
अब गर्मियों में अचारी खुशबुओं से महके ऐसा हर घर कर दे’

लउछरहा..