पीएम जनमन आवास योजना ले संवरत हे सपना, सास-बहू ल मिलीस अपन पक्का घर
बलौदाबाजार भाटापारा, 09 सितंबर 2024। जिला के कसडोल विकासखंड अंतर्गत आखरी छोर म स्थित वनांचल ग्राम बल्दाकछार के रहवइया 76 बछर के चंदा बाई कमार अऊ वोखर पति मंगल सिंह कमार (80 बछर) के जीवन आर्थिक रूप ले काफी संघर्षमय रहिस। ते पाए के पक्का मकान वोखर बर एक सपना जइसे रहिस फेर पीएम जनमन आवास योजना ले आज ओखर खुद के पक्का मकान हो गए हे। ओ ह कहत हे के वोखर मिहनत भरे जीवन के आखरी अउ दू पीढ़ि के सपना आज पीएम जनमन आवास योजना ले पूरा होय हे।
जिंदगी भर मजदूरी करके जइसे-तइसे अपन जिंदगी के गुज़ारा करइया ए दंपति तीर अतीक साधन नइ रहिस के ओ मन अपन खुद के पक्का मकान बना सकंय। कइ बरस ले झोपड़ी म रहत उमन जीवन के कई उतार-चढ़ाव देखिन, फेर एक सपना हमेशा वोखर दिल म जिंदा रहिस- अपन खुद के पक्का मकान के सपना। बेरा कलथिस जब पीएम जनमन आवास योजना के तहत ओ मन ल अपन पक्का मकान बनाए के मौका मिलीस। चंदा बाई अऊ वोखर पति बर ये योजना कोनो वरदान ले कम नइ रहिस। अब ओ मन एक सुरक्षित अऊ पक्का घर म रहे के सपना पूरा होत देख पात हे। चंदा बाई कहत हे- ‘हमन कभू सोचे नइ रहेन के ए उम्मर म हम अपन खुद के मकान देख सकबो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अउ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ह हमर सपना सच कर देखाय हे।’
श्रीमती चंदा बाई कमार के बहु श्रीमती बुधार बाई कमार ह दू साल पहिली किशुन लाल ले शादी करे रहिस। कुछ समय बाद ओ मन अलग होके अपन परिवार के संग रहे लगी। बुधार बाई अऊ वोखर पति बांस के झाडू, टुकना, सूपा बनाके अपन आजीविका चलाथे। वोखर दू लइका हे बेटी बबली जऊन कक्षा 7वीं म पढ़त हे अऊ बेटा शिवम जेन अभी सिरिफ एक साल के हे। बुधार बाई के परिवार घलोक पीएम जनमन आवास योजना ले लाभांवित होय हे। ए योजना के तहत ओ मन ल घलोक पक्का मकान मिले हे। जेखर से उंखर जीवन अब अऊ जादा खुशहाल हो गए हे। अब बुधार बाई अपन परिवार के संग एक सुरक्षित अऊ सुंदर घर म रहत हे। वो कहत हे ये योजना ह हमला न सिरिफ छत देहे हे भलुक हमार जीवन म स्थिरता अऊ सम्मान घलोक देहे हे।
दू पीढ़ि के सपना होइस पूरा
चंदा बाई अऊ बुधार बाई, दुनों के कहानी ये साबित करथे के पीएम जनमन आवास योजना ह केवल मकानेच न ही भलुक उंखर जीवन म स्थिरता, सुरक्षा अऊ सम्मान घलोक लाए हे। सास अऊ बहु दुनों ह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अऊ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ल धन्यवाद देवत कहिन के उंखर सपना ल हकीकत म बदले म ये योजना मील के पथरा साबित हो ए हे।