कोरबा, धूर साय के उमर अस्सी साल हे, वो ह अपन जिनगी म अड़बड़ मुसीबत झेले हे।पेट बिकाली के संगेच मूड़ के उपर छांधी के चिंता ओरक सेग हमेसा रहिस। पानी-बादर के मौसम आए के पहिली हर साल उमन खपरा लहुटावंय तभो ले पानी गिरे के दिन म दिक्कत होवय, फूटे खपरा, खदर के छांधी जब चूहय त पूरा परिवार डेचकी बांगा म पानी सकेल-सकेल के फेंकई म बिपतयाए रहंय। बारिश ह धुरसाय के खपरा वाले कच्चा मकान बर मुसीबत बनकर ही बरसय। अइसने बीतत समें म धूर साय ल पीएम आवास मिलीस त वोखर खुशी के ठिकाना नइ रहिस, काबर के एक लंबा अरसा बाद ओ ल कच्ची मकान के संगेच खपरा लहुटाए ले मुक्ति मिलीस।
कोरबा जिला म पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के भितरौध गांव पतुरियाडाँड़ म रहइया धुरसाय ह बताइस के वो अपन सुवांरी मोती कुँवर के संग रहिथे। जंगल म रहत जिंदगी कट गे। जइसे तइसे उमन अपन कुंदरा तियार तो कर लीन फेर घर पक्का नइ होए ले हर साल उमन ल मुसीबत के सामना करना परत रहिस। घर के भीथिया उकले के संगेच खपरा लहुटाए ल परय तभो पानी चूहय। फेर अब प्रधानमंत्री आवास मिले ले ए सब समस्या मन ले मुक्ति मिल गए हे।
खपरा लहुटाए के खतम होइस चिंता, धुर साय ल मिलीस पीएम आवास
