वनवासी रामप्यारे के सूक्‍खा खेत मन म आईस हरियाली

डबरी ले मिलीस सिंचाई के सुविधा

मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, 06 सितंबर 2024। जिला के मनेंद्रगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पिपरिया के भौगोलिक स्थिति वनांचल जइसे हे। फेर इहां किसान मन ल सिंचाई बर पानी के समस्या हमेशा बने रहिथे। वंचित वर्ग वाले अइसनहे एक आदिवासी परिवार बर खेती वाले जमीन होए के बाद घलोक पानी के संसाधन नइ होना किसान मन बर बड़का समस्या रहिस। पहिली बारिस के भरोसे धान के खेती करइया आदिवासी किसान रामप्यारे के खेत म अक्सर पानी के कमी हो जात रहिस। अइसन म मेहनत करे के बाद घलोक ओ ल अपन फसल ले जाता कूत नइ मिल पात रहिस। फेर ए  पइत सिंचाई के सुविधा पाके रामप्यारे के परिवार ह समय म अपन खेत मन म रोपाई के काम पूरा कर डरे हे अऊ वोखर धान के फसल घलोक लहलहावत हे। ए खुशहाली बर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत बने एक डबरी ए किसान परिवार बर वरदान साबित होवत हे।

पहिली रामप्यारे के समस्या के निराकरण ग्राम सभा के बैठक म होइस, जिहां वो ह अपन खेत म महात्मा गांधी नरेगा के तहत एक डबरी बनाए के आवेदन दीस। वोखर आवेदन के आधार म ग्राम सभा ह डबरी बनाए के प्रस्ताव पारित करिस अऊ ग्राम पंचायत ल एजेंसी बना के डबरी बनाए गीस। ये मां अकुशल मजदूरी करके ए परिवार ल सौ दिन के रोजगार घलोक मिलिस। डबरी बन जाय के बाद रामप्यारे ह सब्जी लगाके वो लगभग 20 हजार रूपिया के आमदनी पाए हे अऊ ए पइत वोखर खेत मन म समय म धान के रोपाई के काम पूरा हो गे। डबरी म भरपूर पानी होए के सेती ये मां अगले साल ले मछली पालन करे के योजना बनावत हे। रामप्यारे के मुताबिक लगभग तीन एकड़ खेत म ए पइत धान के बने फसल होए ले ओ ल बने कमई होही।

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