गोधन न्याय योजना ले जिला म जैविक खेती पद्धति ल मिलत हे बढ़ावा

बाजार ले कम दर म उपलब्‍ध हे समिति मन म वर्मी अऊ सुपर कम्पोस्ट खाद

बिलासपुर, 10 जुलाई 2021। शासन के महत्वाकांक्षी योजना ‘‘नरवा, गरूवा, घुरूवा अऊ बाड़ी’’ के तहत गोठान मन के गतिविधि मन म विस्तार करत गोधन न्याय योजना ले सुराजी ग्राम मन म बने 102 गौठान मन म पशुपालक अऊ गोबर विक्रेता मन ले गोबर क्रय करे जात हे जेखर सेती गांव, गरीब अऊ किसान मन ल आर्थिक सहायता के संगें-संग गौ संरक्षण म लाभ मिलत हे अऊ फसल मन के अकस्मात चराई ले घलोक निजात मिलत हे। छत्तीसगढ़ शासन के ये योजना ले गौपालक प्रोत्साहित होवत हें।
गोधन न्याय योजना के तहत गौठान मन म निर्मित वर्मी अऊ सुपर कम्पोस्ट खाद के शासन कोति ले निरधारित विक्रय दर खुले बाजार के अपेक्षा कम हे, जेखर से कम कीमत म जादा गुणवत्ता सहित खाद किसान मन बर उपलब्‍ध हे। जिला के सबो किसान निश्चिंत होके गौठान मन म उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट खाद अऊ सुपर कम्पोस्ट खाद क्रय करके खेत मन म उपयोग कर सकत हें काबर कि शासन कोति ले संचालित लैब म गुणवत्ता परीक्षण करे के बाद ही गौठान मन ले पैकिंग करके सहकारी समिति मन के माध्यम ले खाद के विक्रय करे जात हे। अभी हाल म वर्मी खाद के उठाव सोसाईटी के माध्यम ले परमिट म किसान मन करत हें। जेन किसान वर्मी खाद खरीदना चाहथें ओ मन अपन गांव के तीर के सहकारी समिति या ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी ले संपर्क करके प्राप्त कर सकत हें।
उप संचालक कृषि श्री शशांक शिंदे के बताती अभी हाल म जिला म खरीफ के बोनी के रकबा 1,79,000 हेक्टयेर हे, जेमां ले 53,000 हेक्टयेर रकबा म धान के बोनी हो गे हे संगेच धान के संगें-संग आन सुगंधित धान, मक्का, दलहन अऊ तिलहन फसल मन के बोनी के काम द्रुतगति ले प्रगति म हे। अभी हाल म गौधन न्याय योजना अंतर्गत जिला के 102 गौठान मन म कृषि विभाग के तकनीकी मागदर्शन म महिला स्व-सहायता समूह मन के माध्यम ले उच्चगुणवत्ता सहित 16700 क्विंटल वर्मी खाद अऊ 13500 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट खाद के उत्पादन करे जा चुके हे। जेमां ले 10297.41 क्विंटल वर्मी खाद अऊ 3500 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट खाद के क्रय जिला के 9000 किसान मन कर डरे हें। शासन कोति ले निरधारित दर म वर्मी कम्पोस्ट 10 रू. प्रति कि.ग्रा. अऊ सुपर कम्पोस्ट 6 रू. प्रति कि.ग्रा. दर ले सहकारी समिति मन के माध्यम ले विक्रय करे जात हे जेखर से ग्रामीण क्षेत्र के सैकड़ों महिला मन ल रोजगार मिलत हे।
का हे वर्मी कम्‍पोस्‍ट खाद म
वर्मी कम्पोस्ट खाद म 1.5 प्रतिशत नत्रजन, 0.7 प्रतिशत फास्फोरस अऊ 0.8 प्रतिशत पोटेशियम उपलब्‍ध होथे जेखर से जमीन के उपजाऊ क्षमता अऊ जल संधारण के क्षमता म वृद्धि होथे। जमीन म वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग करे ले छोटे-छोटे गेंगरूवा मन के अण्डा घलोक खेत मन म पहुंच जाथे, जेखर से जमीन के प्राकृतिक छेद के संग कार्बनिक क्षमता म बढ़ोतरी होथे अऊ जादा मात्रा म उत्पादन के संगें-संग गुणवत्ता सहित पैदावार मिलथे।
वर्मी कम्पोस्ट खाद के कतका मात्रा डालना हे
धान फसल म 75 प्रतिशत रासायनिक खाद के संग 250 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर वर्मी कम्पोस्ट खाद के उपयोग करना लाभप्रद होथे। सबो किसान धान स्वर्णा, महामाया जइसे किस्म मन बर 163 कि.ग्रा. युरिया 281 कि.ग्रा. एस.एस.पी. अऊ 50 कि.ग्रा. पोटाश के संग 250 कि.ग्रा. वर्मी कम्पोस्ट खाद के उपयोग प्रति हेक्टेयर खेत मन म कर सकत हें। संगेच ये प्रकार सुगंधित अऊ पतला धान फसल म 98 कि.ग्रा. यूरिया 234 कि.ग्रा. एस.एस.पी. अऊ 63 कि.ग्रा. पोटाश के संग 250 कि.ग्रा. वर्मी कम्पोस्ट खाद के उपयोग प्रति हेक्टेयर खेत मन म कर सकत हें। अइसनहे सब्जी उत्पादक किसान रासायनिक खाद के 75 प्रतिशत मात्रा के संग 500 कि.ग्रा. वर्मी कम्पोस्ट खाद के उपयोग प्रति हेक्टेयर सब्जी फसल म कर सकत हें। वर्मी खाद के उपयोग बोनी के समय बेस डोज के रूप म करे जाथे। संगेच रोपा लगइया किसान रोपा के समय म अऊ रोपा के 30 दिन बाद यूरिया के दूसर डोज के समय म घलोक एकर उपयोग कर सकत हें।

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