धमतरी, 18 मई 2021। एक जुन्ना कहावत हे- जिहां चाह, उहां राह…। कहूं हौसला बुलंद होवय अऊ मंजिल पाय के जबर जिद होवय त रद्दा अपने-अपन आसान हो जाथे। पाछू एक साल ले कोविड-19 वायरस ले जम्मो मानव जीवन उपर खतरा मंडरावत हे, उहें ज्यादातर अइसन मनखे घलोक हें जेन अपन इच्छाशक्ति अऊ जीए के ललक ले मौत ल पीछू धकेलके फेर जिंदगी संवारे म कामयाब हो जात हें। अइसनहे धमतरी शहर के आमापारा वार्ड निवासी श्रीमती प्यारीबाई जैन ह 92 साल के उमर म घलोक कोरोना ल पछाड़ दीस, जेन आन मनखे मन बर एक बढि़या उदाहरण हे। जिहां एक कोति ये बीमारी ह सबो आयु वर्ग के मनखे मन ल अपन संक्रमण के चपेट म लेके सियान मन के संगें-संग अधेड़ अऊ युवा मनखे मन के घलोक जान ले लीस, उहें श्रीमती प्यारी बाई ह 92 साल के उमर म कोरोना संक्रमित होए के बाद घलोक ओला मात देके ये साबित कर दीस के कहूं जीए के चाह होही अऊ मन म दृढ़ इच्छाशक्ति होही त साक्षात् मौत ल घलोक मात देहे जा सकत हे। वोकर बताती सर्दी-खांसी, बुखार के सुरू म लक्षण के बाद एक मई के कोविड टेस्ट कराइस, जेकर रिपोट पाजीटिव निकलिस। श्रीमती जैन ह बताइस के एखर बाद घलो वो ह बिलकुल नइ घबराईस अऊ शासन कोति ले जारी कोविड संबंधी दिशा-निर्देश मन के धैर्यपूर्वक पालन करत होम आइसोलेशन म अलग कुरिया म रहिस। एखर बाद 17 मई के दुबारा टेस्ट कराइस, जेकर रिपोट निगेटिव आईस। सबले अच्छा बात ये रहीस के लक्षण दिखे के तुरंत बाद ले ही वो ह खुद ल होम आइसोलेट कर लीस, जेकर सेती घर के आन सदस्य मन म कोरोना के संक्रमण नइ फैल पाइस। ए प्रकार ले धैर्य, साहस अऊ शासन के गाइडलाइन के अक्षरशः पालन करत वयोवृद्धा श्रीमती प्यारी बाई ह कोरोना वायरस ल पटखनी दे म कामयाब रहिस, जेन दूसर मन बर निश्चित तौर म प्रेरणास्पद हे।