मां के नजर बेटा ले हटत नइ हे

राहुल ल खुद भगवान ह बचाइस जेन दिन-रात ,भूखे-प्यासे, बिना सुते रेस्कयू म लगे रहिन
मुख्यमंत्री के सक्रियता अऊ देशभर ले करोड़ों मनखे मन के असीस ले बेटा ल मिलीस नवा जीवन – गीता साहू

बिलासपुर, अस्पताल के आईसीयू म राहुल के माँ गीता साहू ह घेरी-बेरी बेटा के माथा चूमत हे..मोर बेटा..मोर बेटा कहिके ओकर मूड़ी म हाथ फेरत हे , दुलारत हे । एक-एक घाव ल देखत हे मानो आजेच वो सब्बो घाव ल भर देना चाहत होवय।
राहुल सुन नइ सकय, माँ के हाथ म वो जादू हे जेखर से सिरिफ महसूस भर करे जा सकत हे, सुने के जरूरत ही कहाँ हे। राहुल बोल घलोक नइ सकय, एकटक माँ ल ही देखत हे, माँ ओला निहारत हे फेर शब्द के काला जरूरत हे। राहुल अऊ ओखर माँ के प्यार देखके तो लगत हे जइसे दुनों ल पूरा दुनिया मिल गए हो।
अस्पताल म राहुल के माँ गीता साहू ले जेन मिले ल आवत हे वोकर बर वो ह अपन दुनों हाथ ल कृतज्ञता ले जोड़ लेत हे। गीता ह पांच दिन ले कुछ नइ खाए हे अऊ ना ही सुते हे। ओ कहत हे कि भगवान कइसे होथे, बीते पांच दिन म देखे हंव। मोर तो बेटा ये राहुल फेर बाकी मनखे ओला बचाय बर दिन-रात, भूखे-प्यासे, बिना सुते लगे रहे हें। ये सब मोर बर साक्षात भगवान ये। मैं तो सिरिफ पैदा करे हंव राहुल ल फेर सब मन ह मिलके ओला नवा जनम देहे हें। देश भर ले करोड़ों मनखे मन के दुआ ह असर करे हे अऊ आज मोर बेटा मोर आगू हे।
हमर मुख्यमंत्री ल हमन सब परिवार के मनखे करोड़ों बार प्रणाम करत हंन। ओ मन दिन-रात राहुल के खबर लेत रहिन। इहां अधिकारी मन तीर अऊ हमार पास घलोक मुख्यमंत्री जी लगातार फोन करत रहिन। गीता के कहिती सरकार, प्रशासन अऊ बेटा ल निकाले म लगे टीम ल जीवन भर दुआ देहूं। भगवान सबो के लइका मन ल लंबा उमर देवय।

लउछरहा..