- राजीव गांधी किसान न्याय योजना ये संकट के घड़ी म किसान मन बर संजीवनी
- प्रदेश के अर्थव्यवस्था ल गतिशील बनाए रखे बर राज्य सरकार मजदूर, किसान अऊ आदिवासी मन के जेब म पइसा डारत हे
- मुख्यमंत्री ह केन्द्र ले करिस मनरेगा ल कृषि काम ले जोड़े के आग्रह
- मनरेगा ल कृषि ले जोड़े ले मनखे मन ल बरसा म घलोक मिलही रोजगार, कृषि उत्पादन लागत होही कम अऊ उत्पादन घलोक बाढ़ही
रायपुर, 14 मई 2020। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह आज अपन निवास कार्यालय ले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग म मीडिया प्रतिनिधि मन ले चर्चा करत कहिन के राज्य सरकार प्रदेश के अर्थव्यवस्था ल गतिशील अऊ मजबूत बनाए बर लॉकडाउन जइसे संकट के बेरा म श्रमिक मन ल मनरेगा, आदिवासी मन ल लघु वनोपज संग्रहण अऊ किसान मन ल राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम ले उंखर जेब म पइसा डारे के काम करत हे। हमर प्रदेश धीरे धीरे सामान्य कामकाज कोति आगू बढ़त हे। काल के कैबिनेट के बैठक म अइसे कई महत्वपूर्ण निर्णय लेहे गए हे जऊन राज्य म आर्थिक गतिविधि मन ल अऊ तेज करही।
उमन कहिन के बैठक म हमन एक निर्णय लेहे हन जेखर क्रियान्वयन हम अपन स्वप्न दृष्टा नेता पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी के पुण्य तिथि के दिन 21 मई ले चालू करबोन। राजीव गांधी किसान न्याय योजना बहुतेच दूरगामी निर्णय हे अऊ छत्तीसगढ़ के किसान मन ल ये संकट के घड़ी म संजीवनी प्रदान करइया निर्णय हे। पूरा देश म कहूं भी किसान मन के हित म अतका महत्वपूर्ण निर्णय नइ लेहे गए हे। हमन राज्य के किसान मन ले वादा करे रहेन के ओ मन ल उंखर उपज के पूरा दाम मिलही। मनखे मन ह ये मा कई अड़चन तको लगाईन, अवरोध पैदा करिन फेर हमन जऊन कहे रहेन वोला निभाए हन।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के बारे म बतावत उमन कहिन के एकर तहत हम राज्य म फसल उत्पादन ल प्रोत्साहित करे अऊ कृषि आदान सहायता बर खरीफ बछर 2019 म पंजीकृत अउ उपार्जित रकबा के आधार म धान, मक्का अऊ गन्ना फसल बर 10 हजार रूपिया प्रति एकड़ के दर ले डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम ले अनुदान राशि सीधा किसान मन के खाता मन म ट्रांसफर करबोन। एखर बर हमन बजट म 5100 करोड़ रूपिया के प्रावधान घलोक करे हवन हे। ये योजना के तहत राज्य के 18 लाख 75 हजार किसान मन ल लाभ मिलही। इही भर नहीं, खरीफ बछर 2020 ले अवइया साल मन म दलहन अऊ तिलहन फसल मन के पंजीकृत अऊ अधिसूचित रकबा के आधार म निरधारित राशि प्रति एकड़ के दर ले किसान मन ल आदान सहायता अनुदान के रूप म देबोन। अनुदान लेवइया किसान कहूं पउर साल धान के फसल लगाए रहिन अऊ ये साल धान के जगा म योजना के तहत सामिल आन फसल लगाहीं त अइसन स्थिति म किसान मन ल प्रति एकड़ अकतहा सहायता देहे जाही।
मुख्यमंत्री ह कहिन के राज्य सरकार मजदूर, किसानअऊ आदिवासी मन के जेब म पइसा डारे के काम करत हे। मनखे मन के जेब म पइसा आए ले एकर असर व्यापार अऊ व्यवसाय म परही अऊ अर्थव्यवस्था बराबर संचालित होत रइही। मुख्यमंत्री ह बताइस के उमन केन्द्र सरकार ले मनरेगा ल कृषि काम ले जोड़े के आग्रह करे हें। मनरेगा के काम बारिश तक चलही। कहूं मनरेगा ल कृषि ले जोड़े जाही त मनखे मन ल एखर से सरलग रोजगार मिलही, कृषि के लागत कम होही अऊ कृषि उत्पादन घलोक बाढ़ही। श्री बघेल ह कहिन के आम जनता, सामाजिक संगठन अऊ सेवा भाव ले काम करत अधिकारी-कर्मचारी मन के सहयोग ले कोविड-19 संक्रमण ल रोके म प्रदेश म काफी हद तक सफलता मिले हे।
उमन आगू कहिन के एखरे संग हमन उत्कृष्ठ हिन्दी अउ अंगरेजी माध्यम के शाला मन के संचालन पंजीकृत सोसायटी के माध्यम ले करे के निर्णय लेहे हन। करीबन 40 उत्कृष्ट शाला चालू करे जाही। विकासखण्ड मुख्यालय मन म 10वीं के बाद 11वीं अऊ 12वीं के पढ़ाई के संगें-संग पढ़ईया लईका मन बर आईटीआई के रोजगारपरक सर्टिफिकेट कोर्स सुरू करे के निर्णय लेहे गए हे।
मुख्यमंत्री ह बताइस के कोरोना वायरस (कोविड-19) ले बचाव के उपाय मन के तहत छत्तीसगढ़ राज्य म संपूर्ण लॉकडाउन के फलस्वरूप बस मन के दू महिना अऊ ट्रक मन के एक महिना के टैक्स के राशि माफ कर दे गए हे। राज्य सरकार सबो शहरी परिवार ल दू कमरा के पक्का घर देहे बर 40 हजार अकतहा घर बनाही। एखरे संगेच अब किराएदार मन ल घलोक योजना म समाहित करत सबसे कम दर म घर उपलब्ध कराए के निर्णय लेहे गए हे।
श्री बघेल ह कहिन के लॉकडाउन के अभी हाल के परिस्थितिय मन ल देखत प्रदेश के सामान्य परिवार (ए.पी.एल.) ल घलोक रिफाइन्ड आयोडाईज्ड नमक पीडीएस के दुकान मन ले 10 रूपिया प्रति किलो के दर ले दू किलो नमक प्रति राशनकार्ड प्रति महिना एक जून ले देहे जाही। एखर से राज्य के 9.04 लाख परिवार लाभान्वित होही। राज्य सरकार कोति ले जमीन के खरीदी-बिक्री के शासकीय गाइडलाईन के दर म 30 प्रतिशत के छूट ल पूरा साल बर बढ़ा देहे गए हे।
छत्तीसगढ़ म अभी हाल म केवल 4 एक्टिव कोरोना पाजीटिव मरीज हे। कुल 59 पाजीटिव मरीज मन म ले 55 स्वस्थ होके अपन घर लहुट गए हें। कोरोना ले कोनो के मृत्यु नइ होए हे। छत्तीसगढ़ म ठीक होवइया मरीज मन के प्रतिशत 93 प्रतिशत ले जादा हे। राज्य म अभी तक कुल 27 हजार 339 सैम्पल टेस्ट करे गए हे। राज्य म 28 हजार 759 मनखे मन ल क्वारेंटाइन म रखे गए हे। आन राज्य ले लहुटईया मजदूर मन बर गांवे मन म 16,499 क्वारेंटाइन सेंटर बनाय गए हे। सीमावर्ती क्षेत्र मन म कुल 623 क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए हे।
श्री बघेल ह कहिन के राज्य सरकार ह कोरोना वायरस महामारी के प्रसार के जानकारी मिलतेच बचाव के तैयारी चालू कर देहे रहिस। 27 जनवरी ले हमन सबो जिला मन म रैपिड रिस्पांस टीम गठित कर देहे रहेन। 28 जनवरी ले एयरपोर्ट म स्क्रीनिंग चालू कर देहे गए रहिस अऊ एक फरवरी के पहिली आइसोलेशन अस्पताल ह काम करना चालू कर दे रहिस। हमन स्वस्फूर्त निर्णय लेत कोनो आन राज्य ले पहिली 21 मार्च के छत्तीसगढ़ राज्य के सीमा मन ल सील कर देहेन अऊ 22 मार्च के राज्य म लाकडाउन के घोषणा करेन। हमर इहां अभी हाल म कोरोना के रोज के जांच क्षमता 1200 सैंपल हो गए हे।
मुख्यमंत्री ह बताइस के जब कोटा ले पढ़ईया लदका मन ल लाय के बात चलत रहिस तभे मैं ह श्रमिक मन ल वापस लाय के केन्द्र सरकार ले मांग करे रहेंव अऊ कहे रहेंव के ट्रेन के व्यवस्था करे जाय अब ट्रेन आना शुरू हो गए हे। श्रमिक मन के वापसी बर मई के महीना अड़बड़ महत्वपूर्ण हे। अवइया महीना ले बारिश शुरू हो जाही तब अवइया श्रमिक मन के क्वारेंटीन म बाहिर रखे के इंतजाम म दिक्कत आही काबर के संसाधन सीमित हे। बाहिर ले अवइया श्रमिक मन के बड़ संख्या के तुलना म स्कूल अऊ आंगनबाड़ी मन के संख्या कम हे।
लॉक-डाउन म मनरेगा के अंतर्गत गांव वाले मन ल रोजगार देहे म छत्तीसगढ़ अभी पूरा देश म पहिली स्थान म हे। देशभर म मनरेगा काम मन म लगे कुल मजदूर मन म ले करीब 24 फीसदी अकेला छत्तीसगढ़ ले हे। ये संख्या देश म सबले जादा हे। प्रदेश के 9883 ग्राम पंचायत मन म चलत कई मनरेगा काम मन म औसतन करीबन 23 लाख मजदूर काम करत हे। लॉकडाउन म वनोपज संग्रहण म घलोक छत्तीसगढ़ देश म पहिली स्थान म हे। देश के कुल वनोपज संग्रहण के 99 प्रतिशत अकेला छत्तीसगढ़ ह ही होए हे। श्री बघेल ह कहिन के राज्य के 56.48 लाख गरीब परिवार ल अपरेल, मई अऊ जून, तीन महिना के राशन, प्रति परिवार एक क्विंटल पांच किलोग्राम निःशुल्क प्रदान करे गए हे। स्कूल मन म ऑनलाइन पढ़ाई बर ‘पढ़ाई तुंहर दुआर‘ वेबपोर्टल चालू करे गए हे, जेमा अब तक 21 लाख 26 हजार छात्र अऊ 1.88 लाख शिक्षक पंजीकृत हे।
श्री बघेल ह कहिन के राज्य म जरूरततंद परिवार मन बर राहत अऊ कल्याणकारी योजना मन के संचालन अऊ सामान्य कामकाज ल सुचारू रूप ले संचालित करे बर केन्द्र सरकार कोति ले 30 हजार करोड़ के आर्थिक सहायता देहे जाए। उमन मंत्रिपरिषद के बैठक म लेहे गए निर्णय के जानकारी देवत कहिन के औद्योगिक नीति म 0000 के तहत बायो एथेनॉल उत्पादन इकाई मन बर विशेष प्रोत्साहन पैकेज देहे के निर्णय लेहे गए हे। छत्तीसगढ़ म धान के उत्पादन अवइया बछर म बाढ़ही। सरप्लस धान हर साल बाढ़ही। एकर उपयोग बायो एथेनॉल के उत्पादन म करे जा सकही।