राज्य म दुग्धोत्पादन बढ़ाए बर पशु नस्ल सुधार अभियान : 5 लाख 86 हजार पशु मन के कृत्रिम गर्भाधान

रइपुर, 17 जून 2021 बरस्पत। मुख्यमंत्री दाउ भूपेश बघेल के मंशा के अनुरूप राज्य म पशुपालन बेवसाय ल लाभकारी बनाए बर इन्कर संरक्षण अउ संवर्धन के संगे —संग इन्कर नसल म सुधार के अभियान चलाए जावत हे । पशुधन विकास विभाग कोति ले गउ वंशीय-भंइस वंशीय पशु मन के नसल सुधार बर कृत्रिम गर्भाधान के अभियान चलाए जावत हवय, ताकि उन्नत नसल के दुधारू पशु मन के प्रजनन ले दूध उत्पादन म बढ़ौतरी होवय अउ पशुपालक मन के आय बाढ़ै। बीते एक बछर म कोरोना संक्रमण काल म राज्य म ये अभियान के तहत 5 लाख 86 हजार गउ वंशीय-भंइस वंशीय मादा पशु मन म कृत्रिम गर्भाधान करे गे हवय जेकर ले एक लाख 92 हजार उन्नत उत्पादित होए हे । पशु नसल सुधार कार्यक्रम के सेति राज्य म उन्नत नसल के पशु मन के संख्या अउ दूध उत्पादन म बढ़ौतरी होय लगे हे।
राज्य म सुराजी गांव योजना के गरूवा कार्यक्रम के तहत पशुधन के संरक्षण अउ संवर्धन के विशेष पहल करे जावत हवय । एमा गांव मन म अब तक 5600 गौठान मन के निर्माण कराए जा चुके हवय। मैत्री योजना के तहत वर्तमान म प्रदेश म 74 नवा कार्यकर्ता ल प्रशिक्षण देहे गे हवय । पशुधन विभाग कोति ले नसल सुधार के शत्-प्रतिशत सफलता बर अक्टूबर-नवम्बर महीना म सघन बधियाकरण कार्यक्रम के आयोजन करके निःकृष्ट सांड/नाट मन के बधियाकरण करे जाथे। विभाग कोति ले 2705 शिविर मन के आयोजन करके 3 लाख 35 हजार सांड/नाट मन के बधियाकरण करे गे हवय । गउ वंशीय अउ भंइस वंशीय पशु मन के कृत्रिम गर्भाधान बर तीर तखार के पशु चिकित्सा संस्था ले सम्पर्क करे जाय।

 

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