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राम वन गमन पथ के माध्यम ले जैव विविधता के घलोक होही दर्शन

रायपुर, 17 दिसंबर 2020। छत्तीसगढ़ के राम वन गमन पथ म वृक्षारोपण करके अइसन वातावरण बनाए जात हे, जऊन अपन हरीतिमा ले मनखे मन ल सहजेच आकर्षित करे लगही। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशा के मुताबिक राज्य शासन के ये महत्वपूर्ण परियोजना म वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन म रस्ता के दुनों कोति नाना प्रकार के फूल अऊ फल मन के डेढ़ लाख ले जादा पौधा के रोपण करे गए हे। ये मार्ग म पर्यटक मन ल कई प्रकार के वनौषधि मन के घलोक दर्शन होही।
छत्तीसगढ़ म राम के वनवास काल ले संबंधित 75 स्थान मन के चिन्‍हारी करके ओ मन ल नवा पर्यटन सर्किट के रुप म आपस म जोड़े जात हे। पहिली चरण म उत्तर छत्तीसगढ़ म स्थित कोरिया जिला ले लेके दक्षिण के सुकमा जिला तक 9 जगा मन के सौंदर्यीकरण अऊ विकास करे जात हे। ये सबो स्थान पहिली ले ही प्राकृतिक दृश्य ले भरपूर हे। वृक्षारोपण के संग अब ए मन ल अऊ जादा हरा-भरा करे जात हे। सबो चुने गए पर्यटन-तीर्थ मन म सुगंधित फूल वाले सुंदर वाटिका घलोक तियार करे जाही। राम वन गमन के 528 किलोमीटर मार्ग के दुनों किनारा म डेढ़ लाख ले जादा पौधा के रोपण वन विभाग ह चालू करे हे। ये पूरा मार्ग म पीपल, बरगद, आम, हर्रा, बेहड़ा, जामुन, अर्जुन, खम्हार, आंवला, शिशु, करंज, नीम आदि के पौधा मन के रोपण सामिल हे। राम वन गमन पथ के माध्यम ले दुनियाभर के आगू जैव विविधता के दर्शन घलोक होही।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी ह बताइस के ये परिपथ कोरिया स्थित गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान, सूरजपुर स्थित तमोर पिंगला अभ्यारण्य, बलरामपुर के सेमरसोत अभ्यारण्य, जशपुर के बादलखोल अभ्यारण्य, रायगढ़ के गोमर्डा अभ्यारण्य, मुंगेली के अचानकमार अभ्यारण्य, कवर्धा के भोरमदेव अभ्यारण्य, बलौदाबाजार स्थित बारनवापारा अभ्यारण्य, धमतरी स्थित सीतानदी अभ्यारण्य, गरियाबंद के उदंती अभ्यारण्य, बस्तर जिला म स्थित कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, बीजापुर के इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान, पामेड़ अऊ भैरमगढ़ अभ्यारण्य मन ल घलोक एक-दूसर के नजदीक लाही। एमां ले उदंती अऊ सीतानदी अभ्यारण्य मन ल 2009 ले टाइगर रिजर्व घोषित करे जा चुके हे।

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