रामगढ़-महेशपुर अऊ सीतामढ़ी हरचौका पर्यटन केन्द्र के रूप म होही विकसित

  • मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल ह वरिष्ठ अधिकारी मन के संग करिन स्थल निरीक्षण
  • मुख्यमंत्री श्री बघेल के मार्गदर्शन म राम वनगमन पथ ल पर्यटन परिपथ के रूप म करे जात हे विकसित

रायपुर, 15 मार्च 2020। विश्व के प्राचीनतम गुफा नाट्यशाला के रूप म विख्यात सरगुजा जिला के उदयपुर विकासखण्ड स्थित रामगढ़ अऊ पुरातात्विक स्थल महेशपुर अऊ कोरिया जिला के भरतपुर विकासखण्ड अंतर्गत सीतामढ़ी हरचौका शिव मंदिर ल राज्य सरकार कोति ले राम वनगमन रस्ता पर्यटन परिपथ के रूप म विकसित करे जात हे। ये कड़ी म आज प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल ह वरिष्ठ अधिकारी मन के संग सरगुजा जिला के रामगढ़ अउ महेशपुर अऊ कोरिया जिला के सीतामढ़ी हरचौका के दौरा करके स्थल के जायजा लीन अऊ पर्यटन विकास के संभावना उपर चर्चा करके जरूरी मार्गदर्शन दीन। उमन ए दुनों जगा तक पर्यटक मन के पहुंचे, ठहरे, खाए-पीनए अऊ मनोरंजन के साधन विकसित करे के कार्ययोजना जल्‍दी तियार करे बर अधिकारी मन ल हुकुम दीन। ये दौरान प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी, पर्यटन सचिव श्री अंबलगन पी., पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा श्री रतनलाल डांगी, कलेक्टर सरगुजा डॉ. सारांश मित्तर, पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष सिंह संग आन अधिकारी मौजूद रहिन।

मुख्य सचिव श्री मण्डल ह रामगढ़ के पहाड़ी म स्थित सीताबेंगरा अऊ जोगीमारा गुफा के अवलोकन करिन। उमन इहां के ऐतिहासिक अउ प्राकृतिक सौन्दर्य के सराहना करत एला पर्यटन केन्द्र के रूप म विकसित करे के निर्देश दीन। उमन क्षेत्र के प्राकृतिक सौन्दर्य ल देखके रामगढ़ महोत्सव स्थल के सौन्दर्यीकरण के संगेच पर्यटक मन बर सुविधा मन के विस्तार के निर्देश दीन। उमन रेंड नदी तट स्थित महेशपुर पुरातात्विक स्थल म नदी तट म वाटर फ्रंट डेवलपमेंट करे अऊ 20 कॉटेज के सुविधा विकसित करे ल कहिन। श्री मण्डल ह दुनों ही जगा ल पर्यटन के प्रमुख केन्द्र बतात कहिन के राज्य शासन कोति ले लेहे गए निर्णय के मुताबिक राम वनगमन पथ ल पर्यटन के रूप म विकसित करे जाही। ये दौरान उमन स्थानीय नागरिक मन के घलोक सुझाव लीन।

उल्लेखनीय हे कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन म छत्तीसगढ़ ल पर्यटन केन्द्र के रूप म विकसित करे जात हे। संगेच प्रदेश म राम वनगमन के समय के करीब 51 अइसन जगा हे जिहां श्री राम ह कुछ बेरा बिलमे रहिन। एला राम वनगमन पथ के रूप म विकसित करे के निर्णय राज्य सरकार कोति लेहे गए हे। योजना के प्रथमचरण के तहत सरगुजा जिला के रामगढ़ संग 9 केन्द्र सामिल हे। ए जगा मन म पर्यटक सुविधा केन्द्र, वैदिक विलेज, पैगोड़ा, वेटिंग शेड, पेयजल, सीटिंग बेंच, हॉटल, वाटरफ्रंट विकास आदि विकसित करे जाही। रामगढ, सरगुजा के ऐतिहासिक स्थल म सबले पुराना हे। एला रामगिरि कहे जाथे। रामगढ़ भगवान राम अउ महाकवि कालिदास ले सम्बधित होए के सेती शोध के केन्द्र बने हे। प्राचीन मान्यता के मुताबिक भगवान श्री राम सीता अऊ लक्ष्मण के संग वनवास काल म कुछ समय रामगढ़ के पहाडी म बिताए रहिन। इहें राम के तापस वेश के कारण जोगीमारा, सीता के नाम म सीता बेंगरा अउ लक्ष्मण के नाम म लक्ष्मण गुफा स्थित हे। रामगढ़ ले करीब 20 किलोमीटर के दूरी म स्थित महेशपुर के मान्यता हे कि ये वनस्थली महर्षि जमदग्नि के तपोभूमि रहिस। वनवास के समय भगवान राम महर्षि जमदग्नि के आश्रम आए रहिन। एही प्रकार मान्यता हे कि महाकवि कालिदास ह मेघदूतम के रचना रामगढ़ के पहाड़ी म के रहिस। रामगढ़ के ऐतिहासिक महत्व ल देखते होइन जिला प्रशासन कोति ले इहां प्रतिवर्ष आषाढ़ के पहिली दिन म रामगढ़ महोत्सव के आयोजन घलोक करे जाथे। ये दौरान जिला पंचायत सदस्य श्री राजनाथ सिंह संग आन जनप्रतिनिधि अउ स्थानीय नागरिक उपस्थित रहिन।

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