रायपुर, 21 जनवरी, 2024। 150 साल पहिली हमार पुरखा मन ह बता दे रहिन कि अयोध्या के श्रीराम मंदिर म प्राणप्रतिष्ठा शुक्ल पक्ष एकादशी ले त्रयोदशी के बीच होगी। 22 जनवरी के श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या म होवत हे। ओखर तारीक हमार पूर्वज मन ह पहिलीच बता दे रहिन। हमर मेला घलोक इही तारीक म भरथे अऊ अद्भुत संयोग हे कि श्रीराम के भव्य मंदिर म रामलला के प्राणप्रतिष्ठा एही समय होवत हे। पता नइ का हे ए तारीक म जेन पंडित मन बतावत हें उही हमार पुरखा मन ह घलोक बताए हें। ये राम ही बताहीं। ये बात सक्ती जिला के जैजेपुर म चलत रामनामी मेला म आये श्री गुलाराम रामनामी ह बताईन। गुलाराम अऊ ऊंखर साथी बताइन कि पूर्वज मन के कहे बात पूरा होए ले हमन बहुत खुश हन। रामनामी मेला के बारे म बतात खम्हरिया ले आये श्री मनहरण रामनामी ह बताइस कि हर साल इही तारीक म मेला के आयोजन होथे। एक साल महानदी के ए पार अऊ दूसर साल महानदी के ओ पार। मनहरण ह बताइस कि 150 साल पहिली ले हमन भजन गात आये हन। पहिली छोटे भजन गात रहेन 15 साल ले बड़े भजन के शुरूआत हो गे। सरसकेला ले आए सेजबना ह बताइस कि में बचपन ले भजन गाथंव। 7 साल ले राम नाम गोदवाए हंव। मोर माता-पिता घलोक भजन गात रहिन। ये चौथइया पीढ़ी हे जेन भजन गावत हे। राम नाम के महिमा अपरंपार हे। जेन परिसर म ये सब भजन गावत हे। ओ परिसर म घलोक उमन राम नाम लिखवाए हें। अपन घर म राम के नाम लिखवाए हें। कपड़ा म राम के नाम लिखे हे। रामनामी राम के नाम के उपासक हें। रामनामी मन ह कहिन कि कोनो रूप म राम ल भजो, चाहे गेरुवा पहिर के भजो, चाहे मुंडन कराओ फेर भेदभाव झन करव। छलकपट झन करव। इही उंखर संदेश हे।