राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के सम्बोधन के बिंदु

रायपुर 31 अगस्त 2023
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के सम्बोधन के बिंदु
छात्र मन ल संदेश धैर्य अउ कड़ी मेहनत के संग अपन रुचि के क्षेत्र में करव प्रयास, कभू निराश झन होवव
सब्बो झन ल जय जोहार !
पूरा मानवता के कल्याण ब ब्रह्मकुमारी परिवार अबड़ बढ़िया काम करत हे। मैं एकर ब बधाई देवत हव। सकारात्मक परिवर्तन ल लेके ओडिशा में ए कार्यक्रम सुरू होए हे अउ मैं आज ईहाँ आप सब्बो के बीच म घलो हव।
० मैं ईहाँ पहिली घलो आ गए हव। फेर से बलाए ब आप सब झन ल धन्यवाद। छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया !
० एक कती हमर देश नित-नवा ऊंचाइ ल छूवत हे, चांद म तिरंगा लहरात हे अउ विश्वस्तर खेल में कीर्तिमान रचत हे। हमर देशवासी अनेक नवा कीर्तिमान स्थापित करत हे।
० दूसर कती एक अबड़ गम्भीर विषय हे कुछ दिन पहिली नीट के तियारी करत दू झन विद्यार्थि मन ह अपन जीवन, अपन सपना अपन भविष्य के अंत कर दिस। अइसे घटना नई होना चाहि बल्कि हमन ल प्रतिस्पर्धा ल सकारात्मक रूप ले लेना चाहि हार-जीत तो होते रइथे।
० मोला लगथे कि ए पाजिटिव थीम के सहायता से हमन वो लइका मन के मदद कर सकत हन जे लईका मन आधा-अधूरा जिंदगी जी के चले जाथे।
० ए युग साइंटिफिक युग हे। अभी के लईका मन अबड़ शार्प माइंड के होथे। थोकुन धैर्य कम होथे। हमर ब्रह्मकुमारी परिवार के सदस्य कई बछर ले ए दिशा में काम करत हे।
० मोर आध्यात्मिक यात्रा में घलो ब्रह्मकुमारी संस्था ह मोर अबड़ संग दिए हे। जब मोर जीवन में कठिनाई रहिस ते घनी मैं उकर तिरन जात रहेंव।
० उकर रास्ता कठिन हे फेर कष्ट सहे से ही कृष्ण मिलथे तेकर ब धैर्य के जीवन जीना चाहि।
० छत्तीसगढ़ में आप मन हे काम सुरू करे हव मैं ओकर लिए आप मन ल बधाई देवत हव।
० स्वर्णिम युग के सपना जे हमन देखत हन रामराज्य ब हमन ल राम बनना होही, सीता बनना होही।
शारीरिक अउ मानसिक तत्व ह ये अबड़ जरूरी हे। ए केवल ब्रम्हकुमारी में सिखाए जाथे।

लउछरहा..