सारंगढ़-बिलाईगढ़, आज के तेजी ले बदलत परिवेश म केवल शहर ही नहीं भलुक कस्बा अऊ गांव मन म घलोक अब मनखे अपन घर म पेंट अऊ डिस्टेंपर लगवाना चाहथें। बाजार म जेन रासायनिक पेंट हे ते ह मनखे मन के जेब के संगे-संग पर्यावरण अऊ स्वास्थ्य उपर घलोक असर डालथे। इही बात ल ध्यान म रखके मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह सबो शासकीय विभाग, निगम, मंडल अऊ स्थानीय निकाय मन म भवन के रंग-रोगन बर गोबर पेंट के उपयोग अनिवार्यत: करे के निर्देश देहे रहिन। ये निर्देश के पालन जिला म घलोक शुरु हो गए हे। कलेक्टर डॉ.फरिहा आलम सिद्दकी के निर्देशन म सारंगढ़ के अनुविभागीय कार्यालय म गोबर पेंट ले पूरा भवन म रंग-रोगन के काम करे गए हे।
ये प्राकृतिक गोबर पेंट के कीमत बाजार के रासायनिक पेंट ले कम हे। संगेच गोबर ले बने के सेती रासायनिक पेंट के तुलना म ये मां वइसे महक घलोक नइ आवय जेखर से ये पर्यावरण अऊ स्वास्थ्य बर अनुकूल हे। बाजार म मिलइया अधिकतर पेंट म अइसन पदार्थ अऊ हैवी मेटल्स मिले होथे जेन हमार स्वास्थ्य ल नुकसान पहुंचाथे। उहें गोबर ले बने पेंट प्राकृतिक पदार्थ ले मिलके बनथे ते पाए के एला प्राकृतिक पेंट घलोक कहिथें। केमिकल सहित पेंट के कीमत 350 रुपए प्रति लीटर ले शुरू होथे अऊ गोबर ले बने प्राकृतिक पेंट के कीमत 150 रुपए ले शुरू हे। गोबर ले बने होए के सेती एखर बहुत अकन फायदा घलोक हे जइसे ये पेंट एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल हे संगेच घर के दीवार ल गर्मी म गर्म होए ले घलोक बचाथे अऊ तापमान नियंत्रित करथे।