महासमुंद 3 अगस्त 2023
ज़िला मुख्यालय महासमुंद से मात्र 6 किलोमीटर के दूरी म स्थित ग्राम झालखम्हरिया के रहोईया 45 वर्षीय उर्मिला यादव के कहानी हे। जे हर सरकारी योजना ले लाभ लेके डेयरी फार्म के व्यवसाय कर आर्थिक सफलता हासिल करिस।
पशुपालन विभागीय योजना अउ डेयरी उद्यमिता विकास योजना के बारे में जानकारी मिले के बाद उर्मिला यादव ह बिना देरी करे लाभ लेहे ब विभाग ले संपर्क करिस। ऋण योजनान्तर्गत परीक्षण म पात्र होइस । योजना के तहत ओला छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक ले 12.00 लाख रुपिया के ऋण स्वीकृत होइस। जेमा सहायता के रूप में 6.00 लाख रूपिया विभाग ले अनुदान मिलिस। ए आर्थिक सहयोग ले उन्नत नस्ल के 15 दुधारू गाय बीसाईस। जेकर दुध उत्पादन ले जो आय होवत हे ओकर से ओ ह ऋण किस्त के नियमित अदा करिस।
आज उर्मिला के करा 26 उन्नत नस्ल के गाय हे। पहिली उकर करा मात्र दू ठ गाय रहिस। जेकर संख्या बढ़ के अब 48 हो गए हे। एकर से प्रतिदिन डेढ़ क्विंटल दुध के उत्पादन होवत हे। जेकर फलस्वरूप 6 ले 7 हजार रूपिया के प्रतिदिन आय होवत बे। मार्केटिंग ब ओ ह ओम डेयरी के नाम ले मिल्क पार्लर चलात हे। एकर अलावा क ह गोबर वर्मी कम्पोस्ट खाद ले घलो आर्थिक लाभ लेवत हे। ए प्रकार से आर्थिक लाभ होए ले आत्मविश्वास के संग ही ओकर आत्मसम्मान घलो बाढ़ीस हे।