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मेरिट म आये छात्रा ह कलेक्टर ले कहिन आप के तरह कलेक्टर बनना चाहथो, उत्तर आइस- मोर ले जादा अच्छा कलेक्टर बनहु

कलेक्टर ह बताइन सक्सेस के गोल्डन रूल, कहिस गरब करव घमंड नहीं- प्रावीण्यता प्रमाण पत्र सौंपीस
मेरिटोरियस लइका ल शिक्षक मन अउ अभिभावक मन के सम्मान करिन
दुर्ग 9 जुलाई 2020/कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ह अपन चेंबर म आज बारहवीं कक्षा के मेरिटोरियस लइका, अउ ऊखर शिक्षक मन अउ अभिभावक मन के सम्मान करिस । ये मौका म उमन लइका मन ले सक्सेस के गोल्डन रूल घलव बताइस । उमन कहिस कि मे हमेशा स्वामी विवेकानंद के ओ पंक्ति म विश्वास करथो जे सीमा म हमर बुद्धिमत्ता खतम होथे । उहि सीमा ले कठोर मेहनत के शुरूआत होना चाहि । कलेक्टर ह ये दौरान लइका मन ले बात करिस अउ उखरे मन के प्रश्न के उत्तर देत उमन ला गोल्डन रूल साझा करिन जे प्रतिस्पर्धी परीक्षा मन अउ करियर बर तैयारी करत हर लइका मन बर उपयोगी होही ।


मोर ले अच्छा बनव– लक्ष्मी ह कलेक्टर तीर ले कहिन् कि मे घलव आप मन के तरह कलेक्टर बनना चाहथो । कलेक्टर ह लक्ष्मी ल उत्तर म कहिस कि मोर जइसे नइ, मोर ले जादा अच्छा कलेक्टर बनव् । हमेसा अपन बेंचमार्क ऊपर रखना चाहि । कभू संतुष्ट नइ होना चाहि । उमन कहिन् कि अंग्रेजी म एक शब्द होथे काम्पेलेसेंसी जेखर हिंदी म अर्थ ठहराव या आत्मसंतुष्टि के तीर होथे । जिहा आप अपन काम ले संतुष्ट हो जथव उहा बेहतर करे के संभावना खतम हो जाथे । एखर बर हमेसा जिझारू बने रहो अउ सीखव् अउ आगे बढ़त रहे के कोशिश करव् । मे कलेक्टर हरव अउ एखर बर मे प्रतियोगी परीक्षा के तैयारी करे रेहेंव लेकिन अब मोला लोगन मन बर बढ़िया काम करे के चुनौती हे । उमन कहिन् कि आप प्रतियोगी परीक्षा के तइयारी करे बर मटेरियलय जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराये जाही ।
बइतास गुमान (घमण्ड) अउ गरब के बीच अंतर– कलेक्टर कहीन कि ओवर कान्फिडेंस के बजाय मे थोड़किन अंडर कान्फिडेंस ल जादा जरूरी मानत रेहेंव । अपन काम ल लेके थोड़किन स्ट्रेस एखर उत्पादकता ला बहुत बढ़ा देथे । कलेक्टर कहिन कि अपन ऊपर गौरव करना चाहि, गुमान नइ । एखर बड़े बारीक लकीर होथे लेकिन लगातार आत्मविश्लेषण करे ले आप ऐला जान सकथो । येमा एक छात्र ह पूछिस कि हमन ल काखरो उदाहरण से समझावव। येमा कलेक्टर ह कहीन कि अगर आप मन ल कोनो चीज आथे त येला आप दू प्रकार ल कह सकथो । पहली तो ये हावे की मोला घलव आथे अउ दूसरा ये हावे केवल मोला ही आथे । जब आप मन केवल मोला भर आथे कहतो तब ये गुमान हावे । मोल भलव लगाये ले एह आत्मगौरव म बदल जाथे
जितेश कुमार देवांगन अपन प्रश्न म अपन कंफ्यूज़न ल बताइस त येमा कलेक्टर कहीन कि अपन रुचि के काम करव् । मोर व्यक्तिगत सलाह हे कि कोई प्रोफेशनल कोर्स जरूर करना चाहि । शिक्षा केवल ज्ञान नइ ये आप मन ल कौशल घलव देथे ।
आप सब कुछू नइ जानव त, फीडबैक जरूर लेवव– कलेक्टर कहिस कि आप मन के तरक्की करना हे त दूसरों से सतत रूप से सीखना चाहि । जे काम आप मन करत हो ओमा लोगन ले फीडबैक जरूर लेवव । में कोनो निर्णय म पहुंचे से पहली दूसर के राय घलव लेथव । इखर ले निर्णय प्रक्रिया म आसानी होथे । जिंदगी में गरव् विनाशक हे अउ विनम्र, जिज्ञासु रहना जिंदगी म सफलता के कुंजी हे । तालाब का पानी गंदा हो जाता है।
प्रतियोगी परीक्षा मन बर उपलब्ध कराही कोचिंग– ये दौरान उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल कहिन की छात्र-छात्रा मन ल प्रतियोगी परीक्षा म कोचिंग उपलब्ध कराबो अउ करियर के संबंध म मार्गदर्शन घलव देबो । ये दौरान सहायक संचालक श्री अमित घोष घलव उपस्थित रहिन ।

दुर्ग ले गुरतुर गोठ बर सोनू कुमार

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