सबो स्कूल म होही शतरंज खेले के बेवस्था -दाऊ भूपेश बघेल

 

सबो स्कूल म होही शतरंज खेले के बेवस्था -दाऊ भूपेश बघेल

छत्तीसगढ़ म शतरंज ओलंपियाड के बम्बर के मौजूदगी इहां के खिलाड़ी मन ल प्रेरित करही, सबो स्कूल म होवय शतरंज खेले के बेवस्था -दाऊ भूपेश बघेल
शतरंज ओलंपियाड के बम्बर के छत्तीसगढ़ जोरदरहा स्वागत
मुख्यमंत्री ह ग्रैंड मास्टर श्री प्रवीण थिप्से के हाथ ले थामीस बम्बर, शतरंज के बाजी तको खेलीस
देश के 75 ठिन शहर ले गुजरइया बम्बर के 61वां पड़ाव रिहिस रइपुर, राज्य के शतरंज खिलाड़ी सुश्री किरण अग्रवाल लेके जाही हैदराबाद

रइपुर. 16 जुलाई 2022
भारत म होवइया 44 वाँ शतरंज ओलंपियाड के बम्बर के आज रइपुर पहुंचे म मुख्यमंत्री दाऊ भूपेश बघेल अउ खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल संग अबड़ झिन खेल संघ, खिलाड़ी, स्कूली लइका अउ जनप्रतिनिधि मन ह जोरदरहा स्वागत करीन। अर्जुन पुरस्कार ले सम्मानित ग्रैंड मास्टर श्री प्रवीण थिप्से भुवनेश्वर ले ये बम्बर ल लेके रइपुर पहुंचीस। वोह मुख्यमंत्री ल ये बम्बर सौंपीस। दूनों झिन मंच म शतरंज तको खेलीन। मुख्यमंत्री दाऊ बघेल ह ये बम्बर राज्य के शतरंज खिलाड़ी वूमन फीडे मास्टर (ॅवउंद थ्प्क्म् डंेजमत) सुश्री किरण अग्रवाल ल सौंपीस। सुश्री अग्रवाल राज्य शतरंज एसोशिएशन के महासचिव श्री विनोद राठी संग येला लेके हैदराबाद जाही। भारत के सुराज के ये बछर 75 बछर पूरा होए के मऊका म शतरंज ओलंपियाड के बम्बर देश के 75 ठिन शहर ले होेेेेेेेके गुजरत हावय, जेकर 61वाँ पड़ाव के रूप म आज येह रइयपुर पहुंचीस हे। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष अउ विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, महापौर श्री एजाज ढेबर अउ छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव श्री गुरूचरण सिंह होरा तको स्वागत कार्यक्रम म संघरीन।
शतरंज ओलंपियाड के बम्बर के स्वागत अउ अभिनंदन करत मुख्यमंत्री दाऊ भूपेश बघेल कहीन कि येह अबड़े गरब के विषय हरे कि वर्ल्ड चेस फेडरेशन ह पहिली पइत ओलंपिक बम्बर के तर्ज म चेस बम्बर रिले के अनुमति दे हे। भविष्य म चेस ओलंपियाड के आयोजन भले कोनो देष म होवय, ओकर बम्बर के शुरूआत भारत ले होही। रइपुर के साइंस कॉलेज ऑडिटोरियम म आयोजित स्वागत कार्यक्रम ल संबोधित करत मुख्यमंत्री ह कहीन कि येह हमार सौभाग्य हरे कि ये पइत चेस ओलंपियाड के मेजबानी हमार देश करत हावय। मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री श्री स्टालिन ल विशेष तौर म बधई देवत हौं कि वोमन ये गौरवपूर्ण आयोजन के मेजबानी बर अपन राज्य कोति ले 75 करोड़ रुपिया के गारंटी अउ विश्व स्तरीय अधोसंरचना उपलब्ध करवाइस हे। तमिलनाडु के महाबलीपुरम 188 ठिन देश मन के दू हजार ले जादा खिलाड़ी मन के दांव-पेंच अउ शह-मात के दिमागी कौशल के गवाह बनही।
मुख्यमंत्री कहीन कि शतरंज ओलंपियाड बम्बर के आज प्रदेश म मौजूदगी हमार उदीयमान शतरंज प्रतिभा मन बर अबड़ बड़का प्रेरणा के काम करही। उन मन राजनांदगांव के शतरंज खिलाड़ी सुश्री किरण अग्रवाल के जिक्र करत बताइन कि वोमन 1986 ले 1990 के बीच दू पइत ओलंपियाड म भाग ले रिहिस। ये गरब ल फेर दुहराए के जरूरत हे। तमिलनाडु म आयोजित ओलंपियाड म हमार छत्तीसगढ़ के तको भागीदारी होवत हे। भेलई के श्री अलंकार भिवगड़े उहां निर्णायक के भूमिका निभाही। सुश्री किरण अग्रवाल, श्री विनोद राठी अउ श्री एम.के. चन्द्रशेखर उहां आयोजन समिति के हिस्सा हवयं। प्रदेश के आने-आने स्कूल मन ले चुने छह झिन खिलाड़ी तको ओलंपियाड म संघरही अउ बड़े-बड़े खिलाड़ी मन ल देखके सीखही।
दाऊ बघेल ह कहीन कि छत्तीसगढ़ म अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के पहल म 22 ठिन स्कूल मन म शतरंज ल पंदोली देहे के बूता शुरू करे गे हे। बालोद जिला ‘चेस इन स्कूल’ पायलेट प्रोजेक्ट शुरू करइया देश के पहला जिला बन गे हे। दंतेवाड़ा के आस्था स्कूल म तको शतरंज के प्रशिक्षण प्रारंभ करे गे हवय। उन कहीन कि प्रदेश के सबो स्कूल मन म शतरंज खेले क बेवस्था होवय ताकि लइका मन ल बौद्धिक अभ्यास म मदद मिलय। मुख्यमंत्री ह खिलाड़ी मन ल शुभकामना देवत कहीन कि छत्तीसगढ़ के नवा प्रतिभा मन न सिर्फ किरण अग्रवाल के कीर्तिमान ल दुहराहवयं, भल्किन ओकर ले आगू तको बाढ़यं। इहां ले अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बड़ झिन निकलैं अउ दुनिया म प्रदेश अउ देश के नाम रोशन करैं। उन मन आसरा जताईन कि ये आयोजन म भाग लेवइया खिलाड़ी मन ल देखके आने पालक मन तको अपन लइका मन ल प्रोत्साहित करहीं कि वोमन शतरंज अउ आने खेल मन म चिभिक लेवयं।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल ह तको कार्यक्रम ल संबोधित करीन बम्बर के स्वागत बर पहुंचे सबो खेल संघ, खिलाड़ी, जनप्रतिनिधि अउ स्कूली लइका मन के प्रति आभार व्यक्त करीन। छत्तीसगढ़ राज्य चेस एसोशिएशन के अध्यक्ष श्री राघवेन्द्र सिंघानिया ह तको कार्यक्रम ल संबोधित करीन। कार्यक्रम म खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव श्री नीलम नामदेव एक्का अउ संचालक श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा सम्मेत अबड़ झिन विभागीय अधिकारी तको संघरे रिहिन।

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