अब अपन ई-गुरू ल कहव जय जोहार : पॉयलेट प्रोजेक्ट के रूप म 12 स्कूल मन म पहली पइत वीडियो के संग लाईव पढ़ई

रायपुर, 15 फरवरी 2020। छत्तीसगढ़ म स्कूल शिक्षा विभाग कोति ले एक नवा पहल करत जऊन स्कूल मन म शिक्षक नइ हे, उहां ऑनलाईन पढ़ाई के नवा फॉर्मूला इजाद करे गीस। ये मां कई ठन विषय मन के ऑनलाईन वीडियो तैयार करे गए हे। स्कूल मन म जऊन विषय के शिक्षक नइ हे, उहां विसय खांटी जानकार के माध्यम ले पढ़ाई शुरू करे गए हे। पांच मिनट के वीडियों अऊ लाईव-लेक्चर के माध्यम ले पढ़ई के बाद ऑनलाईन होमवर्क घलोक देहे जात हे। पॉयलेट प्रोजेक्ट के तौर म कक्षा 9वीं ले 12वीं तक के 12 शासकीय स्कूल मन म एखर शुरूआत 10 फरवरी ले हो गे हे। ये मां सबो विषय के ई-कक्षा उपलब्‍ध हे। अवइया समय म इही योजना ले करीब एक हजार स्कूल मन ल लाभांन्वित करे के लक्ष्य हे।

स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी मन ह ये जानकारी देवत बताइन कि कम्युनिकेशन के माध्यम ले मंझनिया 12 बजे विशेषज्ञ ऑनलाईन होथे। पहिली पाठ ले संबंधित वीडियो प्ले करे जाथे, फेर 20 मिनट के लेक्चर के बाद लइका मन के मन म जऊन सवाल होथे ओ मन रियल टाईम म अपन सवाल करथें। शिक्षक ऊंखर प्रश्न मन के उत्तर देथें। लइका मन ल पढ़ाई ठीक ले समझ म आवत हे या नहीं ये जाने बर जूम एप म कॉन्फ्रेंसिंग टू-वे कम्युनिकेशन ले लइका मन ल होमवर्क घलोक देहे जाथे। अधिकारी मन ह ये घलोक बताइन कि चुने गए स्कूल मन म सिरिफ वाई-फाई कनेक्टिविटी के खर्च म लइका मन ल एलसीडी, प्रोजेक्टर, लैपटॉप या मोबाइल म कनेक्ट करके लाईव (जीवंत) पढ़ाई कराए जात हे। लइका रियल टाईम म टू-वे कम्युनिकेशन कर खांटी जानकार ले लइका मन सवाल घलोक पूछत हें अऊ एखर जवाब घलोक पावत हें।

योजना के पीछू विभाग के उद्देश्य वंचित स्कूल मन के लइका मन के ई-क्लास लगवाके उंखर अधिगम प्रक्रिया सुनिश्चित करना अऊ आगामी शैक्षणिक सत्र बर तैयार करना हे। प्रदेश के जऊन स्कूल मन म विशेष विशेषज्ञ शिक्षक मन के कमी हे, उहां के समस्या ल दूर करे बर ये व्यवस्था शुरू करे गए हे। स्कूल शिक्षा विभाग के राज्य शैक्षिक अनुसंधान अऊ प्रशिक्षण परिषद अउ राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र नवा रायपुर के माध्यम ले शून्य बजट म दो जुगाड़ स्टूडियो बनाय गए हे। इहां विसय विशेषज्ञ पहिली तो अपन विषयवस्तु के वीडियो शूट करवाथें अऊ फेर ओखर रिव्यू करके ओला राज्य के यू-ट्यूब चैनल डीइएल छत्तीसगढ़ म अपलोड करे जाथे। विद्यार्थी एला देखथें अऊ समझ के आधार म देहे गए काम ल हल घलोक करथें। पॉयलेट प्रोजेक्ट म जऊन 12 स्कूल मन ल चुने गे हे, ओमां चाम्पा, खरोरा, बेमेतरा, सेल, कोमाखान, बालोद, मुंगेली, खौना, सांकरा, नवापारा (2 स्कूल), बरना स्कूल सामिल हे। ए स्कूल मन म ले हरेक स्कूल म एक समन्वयक नियुक्त करे गए हे। जऊन लइका मन ल वीडियो देखाके अऊ ऑनलाईन क्लास के समय तकनीकी सहायक के रूप म उपस्थित रहिथे।

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